बांदा जिले के कालिंजर थाना क्षेत्र अंतर्गत गुढ़ा कला पुलिस चौकी में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है। पुलिस कर्मियों ने पूछताछ के नाम पर एक नाबालिग की जमकर पिटाई की। जिससे उसका हाथ टूट गया। पीड़ित के चाचा द्वारा की गई शिकायत पर दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर चौकी इंचार्ज को पुलिस अधीक्षक द्वारा लाइन हाजिर कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की पुलिस जांच कर रही है।
झूठा गवाह बनाने के लिए बनाया दबाव
कालिंजर थाना क्षेत्र के गणेशन पुरवा निवासी सतना में ऑटो चालक लालमन ने एसडीएम नरैनी को शिकायती पत्र देकर बताया था कि उसके भतीजे जीतू पुत्र सुमेरा को गुढ़ा कला चौकी के दो पुलिसकर्मियों ने आठ जनवरी को अपने साथ चौकी में सफाई के बहाने ले आए और कहा कि रोजाना 300 रुपए देंगे। चाचा ने आरोप लगाया कि इस दौरान देसी शराब ठेका में हुई चोरी के मामले में झूठा गवाह बनने के लिए पुलिस कर्मियों ने भतीजे पर दबाव बनाया। मना करने पर दो दिन तक जमकर मारपीट की, जिससे उसका एक हाथ टूट गया। पुलिस कर्मियों ने नौ जनवरी को नरैनी सीएचसी में उसे दिखाया और इसके बाद जिला अस्पताल में उसके हाथ में प्लास्टर चढ़वा दिया। इसके बाद भी उसे चौकी में रखे हुए थे। उसे घर नहीं जाने दिया गया।
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चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर
इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्र ने बताया कि गुढ़ा कला पुलिस चौकी के दो सिपाही पूछताछ के नाम पर कुछ लोगों को लाए थे। जहां पूछताछ के दौरान एक व्यक्ति के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट की गई। प्रथम दृष्टया इस मामले में पुलिसकर्मियों को दोषी मानते हुए दोनों को निलंबित कर दिया गया है और इस मामले में चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।