समृद्धि हाईवे के उद्घाटन के बाद शिर्डी से नागपुर तक का सुगम सफर शुरू हो गया। इसके उद्घाटन के बाद इस हाईवे पर रिकॉर्ड टोल कलेक्शन हुआ है। अब तक करीब 21 करोड़ रुपये टोल वसूले जाने की जानकारी मिली है। नागपुर के दो अहम शहरों को मुंबई से जोड़ने वाले इस हाईवे का काम करीब 80 प्रतित पूरा हो चुका है। नागपुर समृद्धि हाईवे पर एक माह में अब तक 3 लाख 55 हजार से अधिक वाहन यात्रा कर चुके हैं।
11 दिसंबर 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नागपुर से मुंबई समृद्धि राजमार्ग के पहले चरण का उद्घाटन किया गया है। समृद्धि हाईवे पर सुगम यात्रा के लिए वाहन चालकों को टोल चुकाना पड़ता है। एक महीने के भीतर 3 लाख 55 हजार से ज्यादा वाहन समृद्धि हाईवे पर सफर कर चुके हैं। इस दौरान बताया गया है कि समृद्धि हाईवे पर 21 करोड़ 3 लाख रुपये का टोल वसूला जा चुका है।
कितना है टोल?
वर्तमान में केवल नागपुर से शिर्डी तक की सड़क का काम पूरा हुआ है और शिर्डी से मुंबई तक का काम अभी भी जारी है। समृद्धि हाईवे से 2 किमी की दूरी 1 मिनट में आसानी से तय की जा सकती है। औरंगाबाद से एक घंटे में शिर्डी पहुंचा जा सकता है। टोल 1.73 रुपये प्रति किलोमीटर है।
देश में अब तक का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे
समृद्धि हाईवे देश में अब तक का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एक्सेस नियंत्रित एक्सप्रेसवे है। वर्तमान में आगरा-लखनऊ 301 किमी, यमुना एक्सप्रेसवे 165 किमी, हैदराबाद (ओआरआर) एक्सप्रेसवे 150 किमी है। मुंबई से नागपुर तक समृद्धि हाईवे की लंबाई 701 किमी है। और तो और 55 हजार करोड़ रुपये की लागत भी दूसरे एक्सप्रेस-वे के मुकाबले सबसे ज्यादा है। हाईवे के लिए विकसित कुल 400 फीट की चौड़ाई में वाहनों के आवागमन के लिए दोनों तरफ 3-3 लेन है। इसके साथ ही 50 फीट चौड़ा डिवाइडर है। सड़क के दोनों ओर एक किलोमीटर की लंबाई में भारतीय मूल के एक लाख पेड़ लगाए जा रहे हैं। अभी कार से मुंबई से नागपुर तक 812 किमी जाने में 15 घंटे, 51 लीटर डीजल और 450 रुपये टोल लगता है। समृद्धि हाईवे से यह दूरी 701 किलोमीटर है। यात्रा में 3 पड़ाव मानकर 7 से 8 घंटे लगते हैं। करीब 39 लीटर डीजल और 1212 रुपए टोल चुकाना पड़ता है। इससे समय और ईंधन के बचत के साथ ही प्रदूषण भी कम होगा।