उत्तर प्रदेश के बीस गांवों में बीबीपुर मॉडल लागू करने वाले सेल्फी विद डॉटर के संस्थापक सुनील जागलान का स्टैच्यू अयोध्या व आसपास के क्षेत्रों में लगाया जाएगा। जागलान हरियाणा के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिनके द्वारा चलाए गए अभियान को न केवल राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिला है बल्कि उनका स्टैच्यू लगाया जा रहा है।
सुनील जागलान ने बताया कि उनके द्वारा अयोध्या तथा इसके आसपास के बीस गावों में बीबीपुर मॉडल को लागू करने के लिए अभियान चलाया गया। जिसके तहत घरों के दरवाजे पर बेटियों की नेम प्लेट लगवाई गई। महिलाओं को रोजगार दिलवाया और इन गांवों में सभी सरकारी योजनाओं को लागू करवाकर गावों की तस्वीर व तकदीर बदली गई।
इससे इन गांवों के लोग जागलान से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अयोध्या में सात लाख की लागत से उनके पांच स्टेच्यू लगवाने के फैसला लिया है। कमेटी द्वारा इन स्टैच्यू का अनावरण केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा करवाने के निर्णय लिया गया है।
महिला सशक्तिकरण पर जोर
बीबीपुर मॉडल की स्थापना सुनील जागलान द्वारा वर्ष 2016 में की गई थी, जिसकी कार्यशैली महिला सशक्तिकरण द्वारा ग्रामीण विकास पर आधारित है। इसमें सबसे पहले इनके द्वारा हरियाणा के कुछ गॉंवों को गोद लेकर क्रांतिकारी परिवर्तन किए गए, जिसके बाद राष्ट्रपति भवन द्वारा गोद लिए गए 100 गांवों में यह मॉडल लागू किया गया। सुनील जागलान को इसके लिए 50 लाख रुपए का फंड दिया गया। इसके बाद यह मॉडल महाराष्ट्र से कश्मीर तक सरपंचों का पसंदीदा बन गया।
ये है बीबीपुर मॉडल
बीबीपुर मॉडल में केन्द्र व राज्य की महिला सशक्तिकरण की स्कीमों को लागू करवाने के अलावा गांवों को विमेन फ्रैंडली बनाने तथा गांव में लड़कियों के नाम से रास्तों के नाम, बेटियों के नाम की नेमप्लेट लगवाना, महिलाओं के नाम पेड़ लगाना, लड़कियों की कम उम्र में शादी न होने देना, सेल्फी विद डॉटर अभियान, महिला पंचायत करवाना, लाडो पुस्तकालय स्थापित करवाना और सबसे जरूरी ग्राम सभाओं में महिलाओं की बराबर भागीदारी करवाना है।