पश्चिम रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए हार्बर रेलवे को बोरीवली तक विस्तारित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पश्चिम रेलवे द्वारा यातायात विभाग को लिखे पत्र में यह जानकारी सामने आई है। विस्तार के बाद, यात्री सीधे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से बोरीवली और पनवेल से बोरीवली तक की यात्रा कर सकेंगे।
825 करोड़ 31 लाख होंगे खर्च
वर्तमान में हार्बर रेलवे CSMT से पनवेल और CSMT से अंधेरी, गोरेगांव के बीच चलती है। एमयूटीपी-3 के तहत बोरीवली तक बंदरगाह मार्ग का विस्तार करने की योजना है। गोरेगांव से बोरीवली तक सात किलोमीटर की दूरी को बढ़ाने पर 825 करोड़ 31 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस प्रोजेक्ट के लिए कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है। परियोजना के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण एवं वृक्ष सर्वेक्षण के संबंध में प्रस्ताव राज्य सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा गया है। उपलब्ध स्थान को देखते हुए कुछ स्थानों पर गोरेगांव को बोरीवली हार्बर रूट से अपग्रेड करने की योजना है। महत्वपूर्ण बात यह है कि मुंबई रेलवे विकास मंडल भविष्य में बोरीवली से विरार तक हार्बर लाइन का विस्तार करने की योजना बना रहा है।
छठे ट्रैक का निर्माण जारी
पश्चिम रेलवे पर मुंबई सेंट्रल और बोरीवली के बीच छठी लाइन का निर्माण युद्ध स्तर पर चल रहा है। इस रेलवे लाइन का काम दो चरणों में होगा। पहले चरण में खार से गोरेगांव के बीच का मार मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा, जबकि दूसरे चरण में गोरेगांव से बोरीवली का ट्रैक मार्च 2024 तक पूरा होगा।