प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के बीकेसी मैदान में 38 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का प्रारंभ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि, पिछली सरकार के काल में भारत की गरीबी को दिखाकर विश्व से मदद ली गई।
प्रधानमंत्री मोदी ने शुरू से ही कांग्रेस की पिछली सरकार को निशाने पर रखा। उन्होंने पिछली सरकार के भ्रष्टाचार, अकर्मण्यता का उल्लेख करते हुए अपनी सरकार के आठ वर्ष के कार्यकाल में किये गए कार्यों को गिनाया। उन्होंने कहा- अब डबल इंजन की सरकार पर लोगों का विश्वास है। विश्व जब मंदी से गुजर रहा है, उस समय भारत 80 करोड़ लोगों के घरों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराकर उनके घर के चूल्हे को जला रखा है। देश में विकास की आधारभूत सुविधाओं का लगातार विकास हो रहा है।
शिंदे फडणवीस की जोड़ी से विकास तेज
प्रधानमंत्री ने कहा कि, पहले मात्र 11 किलोमीटर मेट्रो का संचालन हो रहा था। लेकिन शिंदे फडणवीस की जोड़ी की सरकार में यह काम तेजी से आगे बढ़ा है। यद्यपि यह कार्य कुछ समय के लिए विलंबित हुआ लेकिन, उसे इस जोड़ी ने कम करते हुआ काम किया है। रेल विकास के लिए काम किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि सामान्य लोगों को आवाजाही में सुविधा मिले। रेलवे स्टेशन मल्टी मोडल सुविधा के केंद्र होंगे। मुंबई को आगामी विकास के लिए तैयार करना पड़ेगा। आधुनिक होती मुंबई लोकल, मेट्रो का विकास आनेवाले कुछ वर्षों में मुंबई के कायाकल्प के द्योतक हैं। मुंबई में रहना सभी वर्गों के लिए सुलभ होगा। कोस्टल रोड, इंदू मिल स्मारक, नवी मुंबई हवाई अड्डा हो या ट्रांन्स हार्बर, सभी काम तेजी से हो रहा है। हम देश के शहरों के पूर्ण परिवर्तन पर कार्य कर रहे हैं। इसके लिए हम इलेक्ट्रिक मोबीलिटी पर कार्य कर रहे हैं। हम बायोफ्यूल आधारित सिस्टम तेजी से लाना चाहते हैं। शहरों के कूड़े की समस्या से निपटने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। नदियों की सफाई के लिए काम किया जा रहा है।
Today, the railway network across the country, is being modernised in mission mode. pic.twitter.com/AVARPw9oCg
— PMO India (@PMOIndia) January 19, 2023
मुंबई मनपा पर लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई मनपा में डबल इंजन सरकार की सत्ता लाने के लिए भी लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि, मुंबई के विकास में स्थानीय निकाय की भूमिका बहुत बड़ी है। मुंबई के विकास के लिए बजट की कोई कमी नहीं है, बस मुंबई के विकास का पैसा उसमें ठीक से लगना चाहिये। यदि भ्रष्टाचार में पैसा लगेगा तो शहर का विकास कैसे होगा? यह शहर विकास के लिए तरसता रहे यह 21वीं सदी के भारत में कभी भी स्वीकार्य नहीं हो सकती है। मैं मुंबई के लोगों की परेशानी को समझते हुए यह बात रख रहा हूं कि, एनडीए की सरकार कभी विकास के आगे राजनीति को आड़े आने नहीं देती। अपने राजनीतिक विकास के लिए भाजपा और एनडीए की सरकार विकास के कार्यों पर रोड़ा नहीं अटकाती। ऐसा न हो इसके लिए दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र और मुंबई तक लोगों का साथ देने की योजना बने।
हमारे शहरों में रेहड़ी, ठेले, पटरी पर काम करने वाले साथी, जो शहर की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा हैं, उनके लिए हमने पहली बार योजना चलाई।
हमने इन छोटे व्यापारियों के लिए बैंकों से सस्ता और बिना गारंटी का ऋण सुनिश्चित किया। pic.twitter.com/MyMfhdATVQ
— PMO India (@PMOIndia) January 19, 2023
स्वनिधि योजना स्वाभिमान की जड़ी बूटी है
प्रधानमंत्री ने कहा कि, मुझे बताया गया कि, स्वनिधि के लाभार्थियों को डिजीटल लेनदेन समझाने के लिए साढ़े तीन सौ कैंप लगाए गए हैं। इतने कम समय में देश की स्वनिधि योजना के लाभार्थी रेहड़ी पटरी वालों ने 50 हजार करोड़ रुपए का डिजिटल लेनदेन किया है। जब सबका प्रयास लगता है तो कोई काम असंभव नहीं होता है। रेहड़ी पटरी वालों से कहूंगा कि आप हमारे साथ चलें, आप दस कदम चलेंगे तो हम ग्यारह कदम चलेंगे। साहूकारों से रेहड़ी पटरी वाले पैसे लेते थे। उनसे पैसे लेने पर तय समय में ब्याज न लौटाने पर ब्याज बढ़ जाता था, बच्चे भूखे रह जाते थे। इससे बचाने के लिए स्वनिधि योजना लाई गई है।