शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने संविधान रचयिता डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर के पौत्र प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाड़ी के साथ गठबंधन कर ली है। मुंबई महानगरपालिका चुनाव से ठीक पहले इस हुए इस गठबंधन को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में काफी चर्चा है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इस गठबंधन की कड़ी आलोचना की है।
‘उद्धव ठाकरे बने रहेंगे शिवसेना के पार्टी अध्यक्ष’
एक निजी मराठी न्यूज चैनल से बात करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि उद्धव ठाकरे अब लोकतंत्र को समझ गए हैं। कम से कम वे मातोश्री से बाहर तो निकलने लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें लोकतंत्र का सबक सिखा दिया है। उद्धव ठाकरे बची हुई शिवसेना के पार्टी प्रमुख बने रहेंगे। लेकिन एक पार्टी के नेता, जो अपने 40 विधायकों को नहीं संभाल सकते, अपना घर नहीं संभाल सकते, मुझे संदेह है कि वे कब तक प्रकाश आंबेडकर के साथ गठबंधन चलाएंगे।
‘एक दिन में ऊब जाएंगे प्रकाश आंबेडकर’
अब प्रकाश आंबेडकर एक प्रखर नेता हैं, वे क्या निर्णय लेते हैं, यह उनका अधिकार है। लेकिन जो अपना घर नहीं चला सकते, वे कभी भी दूसरों से दोस्ती नहीं निभा पाते। प्रकाश आम्बेडकर एक दिन में ऊब जाएंगे। क्योंकि गठबंधन बनाए रखने के लिए मन की महानता चाहिए, गठबंधन बनाए रखने के लिए समर्पण चाहिए। उद्धव ठाकरे के पास समर्पण नहीं है, उनके पास गठबंधन को बनाए रखने के गुण नहीं हैं, इसलिए हमें देखना होगा कि यह गठबंधन कब तक चलेगा।