उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर ने ठाकरे गुट और बहुजन वंचित आघाड़ी के बीच गठबंधन की घोषणा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है। प्रकाश आंबेडकर ने कहा है कि नरेंद्र मोदी ने निर्दलीय पार्टियों में भी अपना नेतृत्व खत्म कर दिया है। इसलिए एक दिन मोदी का नेतृत्व भी खत्म हो जाएगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश सीधे तानाशाही की ओर बढ़ रहा है। आंबेडकर और ठाकरे के बयान की केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने आलोचना करते हुए कहा है कि उद्धव ठाकरे और प्रकाश आंबेडकर मोदी की आलोचना करने के लायक नहीं हैं।
ये मोदी की आलोचना के लायक नहीं
मीडिया से बात करते हुए नारायण राणे ने कहा ,”ये दोनों प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करने के लायक नहीं हैं। हम कहां हैं, कितने लोग हमारे पीछे हैं, कितने हमारे विधायक हैं? यह प्रकाश आंबेडकर और उद्धव ठाकरे को देखना चाहिए। दोनों ही पार्टियां अब समाप्त हो रही है। शिवसेना सत्ता में थी, उद्धव मुख्यमंत्री थे, जो आज नहीं हैं। उनके पास 56 विधायक थे, आज 12 बचे हैं। अब ये न बोलें, चुप रहें। उन्हें मोदी की आलोचना नहीं करनी चाहिए।”
इस गठबंधन से कोई फर्क नहीं पड़ता
राणे ने कहा कि इस गठबंधन से कोई फर्क नहीं पड़ता। शिव शक्ति कहां है? भीमशक्ति कहां है? भीमशक्ति देश में इसी राज्य में है, लेकिन प्रकाश आंबेडकर के पास कितनी शक्ति है? भीमशक्ति और प्रकाश आंबेडकर के बीच क्या संबंध है? नारायण राणे ने पूछा कि प्रकाश अंबेडकर ने कितने दलितों को बचाया?