इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर संस्कृति मंत्रालय नारी शक्ति की थीम के साथ अपनी भागीदारी पेश कर रहा है। संस्कृति मंत्रालय की झांकी में राज्यों में होने वाली देवी की पूजा के विभिन्न रूपों और उन्हें प्रसन्न करने के नृत्य प्रस्तुत करेंगे। केंद्रीय संस्कृति सचिव गोविंद मोहन ने 25 जनवरी को आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि वंदे भारतम् 2.0 में इस साल थीम नारी शक्ति पर आधारित होगी।
पिछले वर्ष एक भारत-श्रेष्ठ भारत थी थीम
संस्कृति सचिव ने बताया कि बीते साल वंदे भारतम् की थीम एक भारत-श्रेष्ठ भारत थी, इसी को आगे बढ़ाते हुए नारी शक्ति की थीम को इस साल समायोजित किया गया है। इसके फाइनल में पहुंचे 479 फाइनलिस्ट डांसर्स में से पहली बार बड़ी संख्या में डांसर कारगिल, आर्यन वैली ऑफ लद्दाख, अंडमान व निकोबार द्वीप समूह व दादरा और नगर हवेली से हैं। जिनमें 326 महिला नर्तकियां व 153 पुरूष नर्तक शामिल हैं।
वंदे भारतम् नृत्य पंचभूत अग्नि, जल, पृथ्वी, आकाश व वायु पर आधारित
संस्कृति सचिव ने बताया कि इस बार का वंदे भारतम् नृत्य पंचभूत अग्नि, जल, पृथ्वी, आकाश व वायु पर आधारित होगा। इस गीत में गजला अमीन ने जहां पांच तत्वों का परिचय दिया है, जिसे पद्मश्री अशोक चक्रधर ने लिखा है जबकि इस गीत नारी शक्ति हैं को बोल राजेश्वरी दासगुप्ता ने दिए हैं। जिसका संगीत राजा भवथरिनी व अलोकनंदा दासगुप्ता ने शमित त्यागी के साथ मिलकर हिंदुस्तानी व कंटेम्प्ररी जैज के साथ् तैयार किया गया है। इस नृत्य के कोरियोग्राफर जयाप्रभा मेनन, कविता दिवेदी, निबेदिता महापात्रा व भाविनी मिश्रा हैं।