मीरजापुर के परिषदीय स्कूलों में बनने वाले मिड डे मील पर अब मां नजर रखेंगी। वे साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता और परोसने के तरीके पर भी ध्यान देंगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग अभियान शुरू करने जा रहा है। मां नाम से छह सदस्यीय महिला समूह का गठन मंडल के चार हजार 758 स्कूलों में किया जाएगा।
यह समूह उन महिलाओं का होगा, जिनके बच्चे उस स्कूल में पढ़ते हैं। टीम हर दिन बच्चों के भोजन पर नजर रखेगी। इससे उन्हें गुणवत्तापूर्ण और पौष्टिक भोजन मिलेगा।
शासन ने तैयार किया है मेन्यू
परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिड डे मील के तहत दोपहर का भोजन दिया जाता है। इसके लिए शासन की ओर से बाकायदा मेन्यू तैयार किया गया है। हर दिन अलग-अलग भोजन बच्चों को दिया जाता है। कई बार स्कूलों में मिलने वाले मिड डे मील में शिकायत मिलती है। मेन्यू के अनुसार नहीं बनने वाले भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए जाते हैं। इसको देखते हुए शासन के निर्देश पर विभाग ने मिड डे मील की निगरानी करने के लिए छह सदस्यीय महिला समूह गठन करने का फैसला किया है।
विभाग के अधिकारी संबंधित विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की माताओं का चयन करेंगे। यह समूह बच्चों को मिलने वाले भोजन और उसकी गुणवत्ता की निगरानी करेगा। पीएम पोषण योजना के तहत प्रति विद्यालय छह सौ रुपये दिया जाएगा। मां समूह बनाकर महिलाओं को फरवरी तक प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य है।
प्रभारी सहायक शिक्षा निदेशक, विंध्याचल मंडल कामता राम पाल ने बताया कि मां समूह में छह माताओं को शामिल किया जाएगा। हर रोज इनमें से एक मां स्कूल आएगी और मिड डे मील चखेंगी। इसके बाद वह अपना फीडबैक देंगी। खाने की गुणवत्ता में बदलाव होना चाहिए, इसके बारे में बताएंगी। यह सब एक रजिस्टर में लिखा जाएगा। इन सुझावों के आधार पर ही मिड डे मिल का मेन्यू तैयार होगा।
मंडल में 4758 विद्यालयों में 786876 बच्चे
विंध्याचल मंडल के जनपद मीरजापुर में 10, सोनभद्र में नौ और भदोही में पांच सहित कुल 24 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय हैं। मीरजापुर के 1806 विद्यालय में 319234, सोनभद्र के 2061 विद्यालय में 272619 बच्चे और भदोही के 891 विद्यालयों में 195023 सहित 4758 विद्यालयों में 786876 बच्चें अध्ययनरत हैं। वहीं मीरजापुर में 8952, सोनभद्र में 8076 और भदोही में 5591 सहित 22619 शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक कार्यरत हैं।