पूर्व मंत्री और ठाकरे गुट के नेता अनिल परब के बांद्रा स्थित अनाधिकृत कार्यालय में तोड़क कार्रवाई की गई। म्हाडा द्वाारा इस कार्यालय में अनधिकृत निर्माण को ध्वस्त किया जाना था। लेकिन उससे पहले ही 30 जनवरी को बिल्डिंग सोसायटी ने परब के ऑफिस को तोड़ दिया। इस कार्रवाई में परब का पूरा ऑफिस तोड़ दिया गया है। इस बात की जानकारी भाजपा नेता किरीट सोमैया ने ट्वीट के जरिए दी है। साथ ही सोमैया ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि परब के अनाधिकृत ऑफिस को तोड़े जाने के बाद अब उनके निशाने पर साई रिसॉर्ट और असलम शेख का स्टूडियो है।
‘लोकायुक्त की सुनवाई में हुए फैसलों का हो रहा पालन’
किरीट सोमैया ने कहा, “म्हाडा के अधिकारियों से चर्चा हुई है। सुबह से ही पुलिस अधिकारियों से चर्चा भी चल रही थी। अब लोकायुक्त की सुनवाई के दौरान लिए गए निर्णय का पालन किया जा रहा है। तोड़ा गया कार्यालय अवैध था और उसके लिए जून 2019 में अनिल परब को नोटिस जारी किया जा चुका है। कार्यालय लगभग ध्वस्त कर दिया गया है। बचे हुए काम को म्हाडा पूरा करेगी। साथ ही अब म्हाडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी माना है कि निर्माण अनधिकृत है।
सोमैया ने आगे कहा कि “अनिल परब अपने कार्यालय को बचाने के लिए हाईकोर्ट गए थे, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। मामले में एक महीने से म्हाडा में सुनवाई चल रही थी। मिलिंद नार्वेकर ने खुद अपने अनधिकृत बंगले को तोड़ दिया। अनिल परब का ऑफिस तोड़ा गया। अब बाकी साई रिसॉर्ट और असलम शेख के स्टूडियो की बारी है।”
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