पश्चिमी विक्षोभ भूमध्य सागर से उठने वाला तूफान है जो अफगानिस्तान, पाकिस्तान होकर भारत पहुंचता है और मौसम में नमी ला देता है। अभी अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आया मॉइस्चर फीड भी वातावरण में मौजूद है जिसके कारण कानपुर सहित पूरे उत्तर प्रदेश में कोहरा धुंध बना रहता है। धूप भी मंद हो जाती है जिससे दिन की ठंड भी बनी रहती है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय के अनुमान के मुताबिक 2 फरवरी से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि में ठंड बढ़ सकती है। जम्मू-कश्मीर में दो दिनों की बारिश और भारी बर्फबारी के बाद मंगलवार को मौसम में थोड़ा सुधार हुआ। जम्मू संभाग में तेज धूप और कश्मीर घाटी में मौसम सुबह शुष्क लेकिन धुंध भरा रहा। मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक ने कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। 21 दिसंबर से शुरू हुई कड़ाके की सर्दी की 40 दिनों की लंबी अवधि जिसे स्थानीय रूप से चिल्लई कलां के नाम से जाना जाता है, सोमवार को समाप्त हो गई।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी
वहीं उत्तराखंड में भी पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिला है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हुई। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, रुद्रनाथ, नंदा घुंघटी, लाल माटी के साथ ही नीती और माणा घाटियों में देर रात से बर्फबारी हुई है। वहीं निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई है। बर्फबारी से गंगोत्री धाम में मंदिर में पूरा ढंक गया जबकि यमुनोत्री हाईवे पर आवाजाही बाधित हो गई। मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख ने बताया कि मौसम के बदले मिजाज के चलते उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी बारिश और बर्फबारी होगी। इसे लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं तेज गर्जना के साथ ओलावृष्टि और बिजली गिरने की भी संभावना है। कानपुर मण्डल में इस हफ्ते में सर्द बर्फीली हवाएं तेज गति से आती रहेंगी और धूप भी निकलेगी लेकिन कमजोर रहेगी।