महाराष्ट्र में अमरावती और नासिक पदवीधर के साथ ही नागपुर, कोकण और मराठवाड़ा शिक्षक मतदार संघ के लिए हुआ मतदान के मतों की गिनती 2 फरवरी से जारी थी। इन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और महाविकास आघाड़ी में कांटे की टक्कर देखने को मिली।
अमरावती में भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है। इस पदवीधर मतदार संघ से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार धीरज लिंगाडे ने जीत हासिल की है, जबकि भाजपा के उम्मीदवार रणजीत पाटील को करारी हार का सामना करना ल पड़ा है। मतगणना शुरू होने के बाद से रणजीत पाटील के जीतने की उम्मीद जताई जा रही थी। आखिरकार उनकी जीत के साथ ही इस पदवीधर सीट पर भाजपा को जोर का झटका लगा है।
इससे पहले नासिक पदवीधर मतदार संघ में कांटे की टक्कर थी। यहां से कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे सत्यजीत तांबे को भाजपा ने समर्थन दिया है। सत्यजीत तांबे की जीत से यहां कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। यहां महाविकास आघाड़ी की शुभांगी पाटील को हार का सामना करना पड़ा है। इस सीट पर पूरे राज्य के लोगों की नजर थी।
नागपुर को भाजपा का गढ़ माना जाता है, लेकिन यहां उसे करार झटका लगा है। इस सीट से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार सुधाकर आडबाले 16 हजार 500 मतों से जीत गए हैं। यहां भाजपा के उम्मीदवार नागो गाणार को जोर का झटका लगा है।
औरंगाबाद में एमवीए की जीत
औरंगाबाद सीट से महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार विक्रम काले की जीत हुई है। यहां से भाजपा के किरण पाटील की करारी हार हुई है।
कोकण में महायुति की जीत
कोकण शिक्षक मतदार संघ सीट से महायुति के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर म्हात्रे विजयी हुए हैं। यहां महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार बालाराम पाटील को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा को अपने गढ़ मे हार
इन सीटों के पर नजर डालें तो भारतीय जनता पार्टी को जोरदार झटका माना जा सकता है। उसे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के प्रभाव वाले नागपुर में हार का सामना करना पड़ा है।
भाजपा का जोर का झटका
इसके साथ ही औरंगाबाद और अमरावती में भी महाविकास आघाड़ी को जीत मिली है। हालांकि नासिक में भाजपा समर्थित उम्मीदवार सत्यजीत तांबे की जीत हुई है। इसके साथ ही कोकण से भी महायुति के उम्मीदवार ज्ञानेश्वर म्हात्रे की जीत हुई है। अगर वास्तव में जीत-हार का आकलन करें तो भाजपा को इस चुनाव में एक भी सीट पर जीत नहीं मिली है।