फर्जी बीएएमएस डॉक्टर तैयार करने वाले मास्टर माइंड इमलाख को उत्तराखंड एसटीएफ ने राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया है। बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का चेयरमैन इमलाख मुजफ्फरनगर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर तथा 10वीं पास है।
उत्तराखण्ड एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ द्वारा उत्तराखण्ड में प्रैक्टिस कर रहे बीएएमएस की फर्जी डिग्री वाले आयुर्वेदिक चिकित्सकों के गिरोह का भंडाफोड़ किया गया था।
फरार चल रहा था मास्टरमाइंड
इस गिरोह का मास्टर माइंड इमलाख पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसटीएफ की जांच में आयुर्वेदिक डॉक्टरों के फर्जीवाड़ा में करीब 36 डॉक्टरों को चिन्हित किया गया था तथा जांच में प्रकाश में आया था कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों की फर्जी डिग्री राजीव गांधी हेल्थ एण्ड साइंस यूर्निवसिटी कर्नाटका के नाम से बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज मुजफ्फरनगर के मालिक इमरान और इमलाख द्वारा तैयार की गयी थी। जिसको लेकर थाना नेहरू कॉलोनी देहरादून में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
फर्जी डॉक्टर भी गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने शुरुआत में दो फर्जी चिकित्सकों प्रीतम सिंह एवं मनीष अली को गिरफ्तार किया गया था। पूर्व में एसटीएफ की टीम द्वारा बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज में दबिश देकर इमरान पुत्र इलियास निवासी शेरपुर मुजफ्फरनगर को कॉलेज से ही गिरफ्तार किया गया था। उसके कब्जे से एसटीएफ को कई राज्यों की युनिवर्सिटियों की फर्जी ब्लैंक डिग्रियां, फर्जी मुद्राएं एवं फर्जी पेपर एवं कई अन्य कूट रचित दस्तावेज बरामद हुए थे। जांच के दौरान फर्जी डिग्री बनाने का मास्टरमाइंड एवं मुख्य अभियुक्त इमलाख जो बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का मुख्य स्वामी है, फरार हो गया था।
ये है मामला
उन्होंने बताया कि इमलाख कोतवाली मुजफ्फरनगर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है। इसके द्वारा अपने भाई इमरान के साथ बरला थाना क्षेत्र मुजफ्फरनगर में बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज के नाम से मेडिकल डिग्री कॉलेज खोला गया। जो बीफार्मा, बीए, बीएससी आदि के पाठ्यक्रम संचालित करता है। इमलाख बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का स्वामी है एवं उसके विरुद्ध फर्जी डिग्री दिलवाने के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। आरोपित को अजमेर से गिरफ्तार कर लिया गया है।