बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सह पूर्व वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को कहा है कि केन्द्रीय बजट में प्रस्तावित रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत बिहार के 87 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर उन्हें विश्वस्तरीय बनाया जायेगा। इसके अलावा चयनित 40 स्टेशनों पर ‘एक उत्पाद, एक स्टॉल’ भी खोले जायेंगे।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा, बढ़ाया गया रेलवे बजट
पूर्व वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद कहा कि 2009 से 2014 तक जहां बिहार के लिए रेलवे बजट उपबंध औसत 1,132 करोड़ हुआ करता था, वहीं इस बार 2023-24 के रेल बजट में बिहार के लिए 8,505 करोड़ यानी साढ़े सात गुना अधिक राशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार के गया (296 करोड़) और मुजफ्फरपुर (442 करोड़) रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण के लिए क्रमशः 14 जून, 2022 और 29 जुलाई, 2022 को ही टेंडर अवार्ड किया जा चुका है। इन दोनों स्टेशनों के आधुनिकीकरण का कार्य आगामी वित्तीय वर्ष में तेजी से गति पकड़ेगा।
इन दो स्टेशनों के टेंडर की प्रक्रिया जल्द होगी पूरी
इसके अलावा बापूधाम, मोतिहारी और सीतामढ़ी रेलवे स्टेशनों के लिए क्रमशः 221 करोड़ एवं 262 करोड़ की लागत से इस साल 30 अप्रैल और 30 मई तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है। बरौनी, बेगूसराय, बक्सर, दरभंगा, राजेन्द्र नगर, पटना, भागलपुर और छपरा सहित बिहार के सात रेलवे स्टेशनों की तकनीकी एवं वित्तीय व्यवहार्यता का अध्ययन किया जा रहा है। बिहार में वर्तमान में 5,267 किमी की 57 रेल परियोजनाएं चल रही हैं जिनकी लागत 74,880 करोड़ रुपए हैं।
देश के एक हजार स्टेशनों का होगा आधुनिकीकरण
तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिससे देश के करीब एक हजार रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण कर उनको विकसित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त मास्टर प्लान तैयार करने और मास्टर प्लान के कार्यान्वयन पर भी यह योजना आधारित है। इस योजना के तहत बिहार के 87 स्टेशनों को विकसित किया जायेगा।