टिकट दलालों के खिलाफ पश्चिम रेलवे विशेष अभियान चला रही है और छापे मार रही है। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल द्वारा सभी छह मंडलों में दलालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए नियमित रूप से विशेष अभियान चलाये जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप जनवरी 2023 में 183 ई-टिकटों की अवैध दलाली के 47 मामलों में और साथ ही लगभग 5.93 लाख रुपये मूल्य के यात्रा-सह-आरक्षण टिकट जब्त किए गए हैं।
पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने दलालों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू करने के लिए रेल सुरक्षा बल अपराध शाखा की डिटेक्टिव विंग, साइबर सेल और मंडलों के समर्पित कर्मचारियों की विशेष टीमों का गठन किया। यह पाया गया कि दलाल कई फर्जी पहचान पत्रों का उपयोग कर टिकट बुक कर रहे थे, जिनमें कुछ अधिकृत आईआरसीटीसी एजेंट भी शामिल थे, जो टिकट निकालने के लिए फर्जी आईडी और अवैध सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते थे तथा यात्रियों से अतिरिक्त पैसे वसूलते थे। वर्ष 2022 में, पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल ने अवैध दलाली के 747 आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा लगभग 32.64 करोड़ रु. मूल्य के टिकट जब्त किए और ई-टिकट के 34 मामलों में 26 अवैध सॉफ्टवेयरों का पता लगाया।
सात मामलों में लाखों रुपए के ई-टिकट जब्त
हाल ही में पश्चिम रेलवे के मुंबई, भावनगर, रतलाम और अहमदाबाद मंडलों में अवैध दलाली के एक ही दिन में सात अलग-अलग मामलों का पता लगाया गया। इन 7 मामलों में लगभग 2.33 लाख रु. मूल्य के 143 लाइव रेलवे आरक्षित ई-टिकट, लगभग 3.91 लाख रु. मूल्य के उपयोग किए गए 314 ई-टिकट, लगभग 15 हजार रु. मूल्य के उपयोग किए गए 10 यात्रा सह आरक्षण टिकट सहित सभी सात संदिग्धों के पास से कई मोबाइल फोन/लैपटॉप जब्त किए गए जिनका इस्तेमाल इन अवैध टिकटों को बुक करने के लिए किया जा रहा था। सभी संदिग्धों के खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत मामला दर्ज किया गया है।