उत्पादन शुल्क मंत्री शम्भुराज देसाई ने 8 फरवरी को ठाणे में कहा कि उनकी बालासाहेब ठाकरे शिवसेना के कार्यकर्ताओं न तो कभी शिवसेना छोड़ी है और न ही हमने कभी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के किसी भी आदेश का उलंघन ही किया है। जो लोग उनके दल पर गद्दारी का आरोप लगाते हैं, वे गलत हैं।
राज्य के उत्पादन शुल्क मंत्री शम्भूराज देसाई यहां ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय पर जिला नियोजन समिति की बैठक के बाद पत्रकारों के सवालों के उत्तर दे रहे थे। ठाणे के पालक मंत्री देसाई का कहना है कि राज्य के विधानसभा चुनाव में आम जनता ने समर्थन भाजपा के संगठन को दिया था। इस चुनाव में उद्धव ठाकरे ने भाजपा के नाम पर ही वोट मांगे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना का स्वाभाविक और बुनियादी संगठन था। परिणाम आने के बाद शिवसेना ने भाजपा को छोड़कर सरकार बना ली। उन्होंने कहा कि इस दृष्टि से जनादेश का उल्लंघन उद्धव ठाकरे दल ने किया है।
संजय राउत को दिया करारा जवाब
सांसद संजय राउत के द्वारा उन्हें गद्दार परिभाषित किये जाने पर शंभुराजे देसाई ने स्पष्ट किया कि हमने कभी भी जनादेश का उलंघन नहीं किया है। राज्यसभा के चुनाव में हमने संजय राउत को मत दिया था और हमारे मतों से ही वह चुनकर आये थे। देसाई ने जोर देकर यदि संजय राउत गद्दारों के मत से चुने गए थे तो वह राज्यसभा से त्यागपत्र देकर दोबारा चुनाव लड़ें। मंत्री देसाई का कहना है कि हमने अपना दावा केंद्रीय चुनाव आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया है। इसी तरह से दोनों पक्षों ने अपने दावे चुनाव आयोग के सामने पेश किये हैं, लेकिन लोकतंत्र में बहुमत का महत्व है। उन्होंने कहा कि राज्य में 55 में से 40 विधायक तथा 18 में से 13 सांसद मुख्यमंत्री शिंदे के साथ हैं। इसी तरह अधिकांश महानगर पालिकाओं, नगरपालिका, जिला परिषद तथा पंचायतों में बालासाहब ठाकरे की शिवसेना का बहुमत है। इसके बाद भी हम उद्धव ठाकरे का सम्मान करते हैं तथा उनके विरुद्ध न तो कभी कोई टिपण्णी की और न ही कभी पलटकर जबाव देते हैं, लेकिन जो सवाल अक्सर हमसे किये जाते हैं, वह सवाल केंद्रीय चुनाव आयोग से किये जाएं तो बेहतर होगा