तुर्किये भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए उड़ानें रवाना होने की अफवाह फैलने के बाद हजारों की संख्या में अफगान महिलाएं और बच्चे अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित हवाईअड्डे पहुंच गए। 8 फरवरी को सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो और तस्वीरों में सैकड़ों लोग अंधेरे और ठंड में हवाईअड्डे की तरफ पैदल जाते नजर आ रहे हैं।
इस दृश्य ने अगस्त 2021 की याद ताजा कर दी, जब देश में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद हजारों लोग हवाई मार्ग से देश से बाहर निकलने के प्रयास में हवाई अड्डे पहुंच गए थे।
देश से बाहर निकलने का अवसर
काबूल निवासी अब्दुल गफार (26) ने कहा कि मैंने सुना है कि तुर्किये को मदद के लिए लोगों की जरूरत है, इसलिए मैंने सोचा कि मैं वहां जाकर जरूरतमंद लोगों की मदद करूं। यह मेरे लिए देश से बाहर निकलने का एक अवसर भी हो सकता है।
साबित हुई अफवाह
उन्होंने बताया कि ठंड के बीच हवाई अड्डे के पास तीन घंटे तक इंतजार किया, जब तालिबान बलों ने बताया कि तुर्किये के लिए ऐसी कोई उड़ान नहीं है, तो वे वापस घर आ गए। वहीं, काबुल पुलिस प्रमुख के प्रवक्ता खालिद जादरां ने बताया कि काबुल से ऐसी कोई उड़ान नहीं है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे किसी अफवाह के चलते व्यवस्था को बाधित नहीं करें।
तालिबान सरकार ने जताई संवेदना
तालिबान सरकार ने एक बयान जारी करके भूकंप प्रभावित तुर्किये और सीरिया के प्रति संवेदना जताई। साथ ही उसने तुर्किये को एक करोड़ अफगानी और सीरिया को 50 लाख अफगानी का राहत पैकेज देने की घोषणा की।