श्रीरामचरितमानस व भगवान लक्षमण पर दिए गए स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान से समाजवादी पार्टी ने किनारा कर लिया है। 10 फरवरी को रायबरेली में सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल ने मौर्य के बयान को निजी मत बताते हुए कहा कि पार्टी से इसका कोई वास्ता नहीं है। शिवपाल यादव ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान उनका निजी मत है। उनके बयान से पार्टी का कोई वास्ता नहीं है और सपा सभी धर्म ग्रंथों का सम्मान करती है।
शिवपाल यादव प्रयागराज से लखनऊ लौटते समय 10 फरवरी को ऊंचाहार में स्थानीय पत्रकारों से बात कर रहे थे ।उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी सभी धर्मों और धर्म ग्रंथों व जन आस्था का सम्मान करती है।
भाजपा पर आरोप
भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बातें करते है। भाजपा के इशारे पर प्रदेश के अधिकारी सपा नेताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि रायबरेली जिला कारागार में बंद समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष आर पी यादव से मुलाकात के लिए जब उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा तो तत्काल उन्हें सुल्तानपुर कारागार स्थानांतरित कर दिया गया। इससे अधिकारियों की कुंठित मानसिकता जाहिर होती है।
सड़कों का आकार घटाने का आरोप
सपा के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि प्रदेश में बनने वाली सड़कों का आकार छोटा कर दिया गया है। सरकार समिट आयोजित करके अनर्गल प्रलाप कर रही है। जबकि पूर्व में सरकार बजट में स्वीकृत धनराशि तक को विकास कार्यों में खर्च नहीं कर पा रही है ।उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सभी मामलों की जांच होगी और अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।इसके पहले सपा प्रवक्ता व विधायक मनोज पांडे ने राष्ट्रीय महासचिव का स्वागत किया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।