महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार आने के बाद से महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दल पार्टी में भगदड़ रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। शिवसेना हो, कांग्रेस या एनसीपी के नेता, पदाधिकारी। इन पार्टियों के नेता-कार्यकर्ता लगातार भाजपा और शिंदे गुट में शामिल हो रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से ठाणे में एनसीपी के कई नेताओं की नाराजगी बढ़ती दिख रही है। यही कारण है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार के करीबी और विपक्ष के नेता अजीत पवार के करीबी माने जाने वाले नेता भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इस नेता ने एनसीपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष का पद संभाल रखा था।
ऐसा प्रतीत होता है कि शिंदे गुट और भाजपा ने ठाणे में राकांपा को निशाना बनाया है। कुछ दिन पहले ठाणे से राकांपा पार्षद शिंदे गुट में शामिल हुए थे। अब ठाणे में एनसीपी के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दशरथ तिवारी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। तिवारी के साथ ही उनके समर्थक भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इनकी यह एंट्री नासिक में बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में हुई। तिवारी के पार्टी छोड़ने को एनसीपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कुछ दिनों पहले यह बात सामने आई थी कि हनमंत जगदाले समेत एनसीपी के पांच पूर्व पार्षद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिंदे समूह में शामिल होंगे। इस बात की जानकारी खुद हनमंत जगदाले ने सोशल मीडिया पर दी थी।
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