भारतीय जनता पार्टी के देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार ने 2019 की शुरुआत में सरकार बनाई थी। यह सरकार चंद घंटे ही चली। इसको लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तंज कसते हुए कहा कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को इस शपथ ग्रहण समारोह की जानकारी थी।
उद्धव ठाकरे का विश्वासघात दर्दनाक
इस रहस्य के उजागर होने के बाद राजनीतिक में हड़कंप मच गया है। फडणवीस ने कहा कि 2019 में हमने सरकार बनाने के लिए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से चर्चा की थी। इस सरकार को लेकर तमाम चर्चाएं हुईं। लेकिन बाद में हमें धोखा दिया गया। पहला विश्वासघात उद्धव ठाकरे ने किया और दूसरा विश्वासघात पवार ने किया।
चुनाव हमारे साथ लड़ा, सरकार किसी और के साथ बनाई
फडणवीस ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हमारे साथ चुनाव लड़ा, प्रचार किया। जब एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने फडणवीस से मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा तो वे कुछ नहीं बोले, लेकिन जब नतीजे आए तो आंकड़ों को देखने के बाद उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद नजर आया। उन्हें लगा कि अब कांग्रेस और शिवसेना दोनों मिलकर सरकार बना सकती है। फडणवीस ने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे का विश्वासघात हमारे लिए दर्दनाक था क्योंकि वह हमारे थे, अजीत पवार का विश्वासघात उतना दर्दनाक नहीं था।