महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में उमड़े भक्त, इतने लाख श्रद्धालुओं ने किेए दर्शन

काशी का कायाकल्प कर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी ने बनारस के विकास मॉडल की नई तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है।

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वाराणसी के नव्य-दिव्य भव्य श्री काशी विश्वनाथ धाम नित्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस वर्ष महाशिवरात्रि पर रिकॉर्ड स्तर पर श्रद्धालुओं ने बाबा के स्वर्णिम दरबार में हाज़िरी लगाई है। साल 2023 की शुरुआत हो या बीते साल का सावन का महीना या अन्य पर्व, शिव भक्त श्री विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए काशी की ओर रुख कर रहे हैं। इससे वाराणसी के पर्यटन उद्योग को भी नई ऊंचाई मिल रही है।

वाराणसी परिक्षेत्र के कमिश्नर कौशलराज शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर छह लाख 88 हजार 567 श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। वहीं, पिछले वर्ष पांच लाख 50 हजार 712 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया था। मंदिर प्रशासन के अनुसार महापर्व पर शाम पांच बजे तक पांच लाख से अधिक शिवभक्त दर्शन् पूजन कर चुके थे। महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा दरबार में पावन ज्योर्तिलिंग की एक झलक पाने के लिए दर्शनार्थी शुक्रवार की शाम से ही सभी प्रवेश द्वारों पर कतारबद्ध होकर इंतजार करने लगे। मंगला आरती के पश्चात जैसे ही भोर में चार बजे बाबा का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खुला। कतारबद्ध श्रद्धालु हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारे लगाते हुए बाबा के दरबार में पहुंचे और जलाभिषेक कर जीवन मंगल कामना की। भोर के चार बजे से लेकर मध्य रात्रि तक श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए परिसर में चारों ओर बैरिकेडिंग की गई थी। पेयजल चिकित्सा की टीमें और पीए सिस्टम लगाकर लोगों को दर्शन कराने में सहयोग किया गया। सफाई की टीमें गर्भ गृह से लेकर पूरे धाम की सफाई व्यवस्था में निरंतर लगी रहीं। उन्होंने बताया कि स्वयं व्यवस्था की देखरेख के लिए मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा समय-समय पर अपडेट लेते रहे। वह स्वयं मंदिर पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहे थे।

दर्शनार्थियों को सुगम आवागमन के लिए 15 से ज्यादा ई रिक्शा चलाए गए थे। यह रिक्शा गोदौलिया और मैदागिन से दिव्यांग जनों और वृद्ध जनों को लाने में सहयोग किये। दर्शन व्यवस्था के लिए जगह-जगह एलईडी वॉल लगाकर भी दर्शनार्थियों को बाबा का दर्शन कराया गया।

काशी का कायाकल्प
काशी का कायाकल्प कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बनारस के विकास मॉडल की नई तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है। देश दुनिया से वाराणसी की अच्छी कनेक्टिविटी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम की राह आसान कर दी है। 13 दिसम्बर 2021 को प्रधानमंत्री के लोकार्पित करने के बाद धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड आमद हो रही है। लोकार्पण के बाद 2022 में पड़ने वाली पहली महाशिवरात्रि में पांच लाख 50 हज़ार श्रद्धालुओं ने दर्शन किया था। साल 2023 के पहले दिन करीब सात लाख से अधिक और सावन के महीने में लगभग सवा करोड़ भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई थी। मन्दिर के आय में भी लगभग 500 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

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