केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का संघर्ष सत्ता के लिए नहीं, बल्कि स्वशासन के लिए था। शिवाजी महाराज का जीवन सिर्फ एक राजा की जीवनी नहीं है, वह एक विचार भी है।
पुणे जिले में स्थित अम्बे गांव में 19 फरवरी को शिव जयंती के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की ओर से शिव सृष्टि का उद्घाटन किया गया। मौके पर अपने संबोधन में शाह ने कहा कि शिव जयंती के पावन अवसर पर शिवशाहीर बाबा साहेब पुरंदरे का अधूरा सपना साकार होने का विशेष हर्ष है। बाबासाहेब पुरंदरे ने छत्रपति के गौरवशाली इतिहास को आम लोगों तक पहुंचाया।
आगे उन्होंने कहा कि मैं जब गुजरात में मंत्री था, उस समय पुरंदरे के जाणता राजा महानाट्य का आठ बार मंचन हुआ था। शिव सृष्टि का निर्माण एक ईश्वरीय कार्य है। आप और मैं तो बस एक बहाना हैं। उन्होंने कहा कि शिव राय की जीवनी पूरे देश को प्रेरित करती है और इस इतिहास को पूरे देश में पहुंचाने में पुरंदरे का बहुत बड़ा योगदान है।
शाह ने कहा कि शिवाजी महाराज न होते तो भारत का क्या होता! पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण ने कहा कि सीमा हमारे घर के सामने होती। अगर मैं ऐसा कुछ कहूंगा तो बहुत प्रतिक्रियाएं आएंगी, इसलिए मैंने यशवंतराव चव्हाण की बात कही।
शिवाजी महाराज के कार्यकाल से अपनी सरकार की तुलना
अमित शाह ने यह भी कहा कि उस समय शिवाजी महाराज ने शिव मंदिर को मुगल साम्राज्य से बचाकर नए सिरे से बनवाया था, वही काम हमारी सरकार राम मंदिर बनाकर कर रही है। शिवाजी महाराज ने युद्ध के मैदान में हमेशा सामने से दुश्मन का सामना किया। उनका जीवन एक फिल्म की तरह था। शिवाजी महाराज ने उस समय ग्रामीण आर्थिक व्यवस्था की स्थापना की थी। अपने स्वयं के तट रक्षक बल को खड़ा किया।
शिव सृष्टि के प्रोजेक्ट में कुल चार चरण
अमित शाह ने कहा कि शिव सृष्टि के इस प्रोजेक्ट में कुल चार चरण होंगे और इस पर 438 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। जिसमें से 60 करोड़ के पहले चरण का आज लोकार्पण किया गया है। यह शिव सृष्टि निश्चित रूप से उन लोगों को प्रेरित करती रहेगी, जो शिव चरित्र नहीं पढ़ते हैं।
एशिया में सबसे अच्छा थीम पार्क
इसी संदर्भ में आगे उन्होंने कहा कि मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि आंबेगांव की यह शिव सृष्टि न केवल देश में, बल्कि एशिया में भी सबसे अच्छा थीम पार्क बनेगी। इसके गौरवशाली इतिहास के साथ-साथ आधुनिक 3डी तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे , उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे।