ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के ठिकानों पर 22 फरवरी (बुधवार) को लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) की छापेमारी जारी है। यह छापेमारी 21 फरवरी की सुबह पांच बजे से शुरू हुई जो अभी भी जारी है। वीरेंद्र राम और आलोक रंजन फिलहाल ईडी की हिरासत में है। ईडी की पूछताछ में वीरेंद्र राम ने कई राज खोले हैं। उसने बड़े व्यक्तियों के साथ अपने संबंधों के बारे में भी बताया है।
ईडी की रडार पर कई राजनेता!
वीरेंद्र राम के पास से एक पेन ड्राइव मिली है, जिसमें काफी डेटा रखा गया है। पेन ड्राइव में ठेकेदारों से पैसे लेने और कई नेताओं को पैसे पहुंचाने के सबूत हैं। माना जा रहा है कि वीरेंद्र राम के करीबी संबंधों के कारण कई राजनेता अब ईडी की रडार पर आ गए हैं।
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1.50 करोड़ के जेवरात बरामद
ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के कुल 24 ठिकानों पर छापा मारा था। इस दौरान वीरेंद्र राम के जरिये बनायी गयी कंपनियों के अलावा 100 करोड़ रुपए की संपत्ति का पता चला। छापामारी के दौरान 1.50 करोड़ रुपए के जेवरात और करीब 30 लाख रुपए नकद मिले हैं।