चोरी का सोना खरीदने के आरोप में मुम्बई पुलिस ने अजमेर के नामी सर्राफा व्यापारी मणिरत्नम ज्वैलर्स के यहां पूछताछ की। मुम्बई पुलिस अपने साथ उस व्यक्ति को भी लेकर आई थी जिसने ज्वैलर्स को 50 ग्राम चोरी का सोना बेच कर 50 हजार रुपये नकद प्राप्त किए थे। मुम्बई पुलिस सर्राफा व्यापारी मणिरत्नम के मालिक सुशील को अपने साथ ले जाना चाहती थी। इस बीच सर्राफा बाजार में हलचल मच गई और अजमेर सर्राफा एसोसिएशन ने सक्रियता दिखाते हुए कोतवाली पुलिस थाने और फिर बाद में पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के पास गुहार लगाई।
सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बिंदल ने कहा कि वह चोरी का माल खरीदने वाले व्यापारी का समर्थन नहीं करते हैं। किन्तु यदि पुलिस निर्दोष ही किसी व्यापारी को तंग करती है तो उसका विरोध किया जाएगा। अशोक बिंदल के नेतृत्व में सर्राफा व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर सर्राफा व्यापारियों के साथ हो रहे इस व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा कि कोई भी राज्य की पुलिस अजमेर आकर सर्राफा व्यापारी को डरा धमका कर अपने साथ ले जाने को आमादा रहती है । एसोसिएशन ने अजमेर पुलिस से सर्राफा व्यापारियों की इस तरह के विवाद में सकारात्मक भूमिका निभाने की अपील की।
दिखाए जाएंगे सीसीटीवी फुटेज
पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने मीडिया को बताया कि मुम्बई पुलिस के अधिकारियों को सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाएंगे। उसमें यह सुनिश्चित होता है कि चोरी का सोना बेचने वाला व्यक्ति मणिरत्नम सर्राफा पर पहुंचा है तो फिर आगे कार्रवाई की जाएगी। सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बिंदल ने भी कहा कि एसोसिएशन पुलिस की जांच में सहयोग करेगी।
ये है मामला
गौरतलब है कि अजमेर में चोरी का सोना बेचने के मामले पिछले दिनों में अधिक हुए हैं। पूर्व में भी कर्नाटक पुलिस ने अजमेर के तीन-चार सर्राफा व्यापारियों के यहां दबिश देकर व्यापारियों की धरपकड़ का प्रयास किया था। व्यापारिक एसोसिएशन ने हस्तक्षेप कर कर्नाटक पुलिस से अजमेर सर्राफा व्यापारियों की रक्षा की थी। एसोसिएशन ने अजमेर सर्राफा व्यापारियों से अपेक्षा की है कि वे चोरी का सोना ना खरीदे। व्यापार करते हुए बेचने वाले व्यक्ति का फोटो पहचानपत्र , आधार कार्ड अथवा राशि का लेनदेन आनलाईन करे जिससे इस तरह के विवाद से बचा जा सके।