सुशासन बाबू के राज में बिहार में नौकरी की जगह युवाओं को पुलिस की लाठियां मिल रही हैं। राजधानी पटना में पुलिस ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग (बीटीएससी) उम्मीदवारों पर लाठियां बरसाईं। बीटीएससी प्रतियोगीता के अभ्यर्थी नौकरी के वादे पूरा ना होने पर जदयू और आरजेडी के दफ्तरों का घेराव करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने आंदोलनकारी अभ्यर्थियों को रोका और नहीं मानने पर उन पर लाठियां बरसानी शुरु कर दी।
पार्टियों के कार्यालय की बढ़ाई गई सुरक्षा
इन उम्मीदवारों का रिजल्ट चार साल से पेंडिंग है। इसे जारी करने की मांग को लेकर 23 फरवरी (गुरुवार) सुबह से ये सड़कों पर उतरे थे। दिन के एक बजे ये उम्मीदवार जदयू और आरजेडी कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें रोका। इसके बाद कुछ लोगों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को वहां से हटाया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
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आखिर टूटा उम्मीदवारों का सब्र
दरअसल, बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद युवाओं को नौकरी देने का वादा तो किया गया, लेकिन अभी तक युवाओं को नौकरी नहीं मिली है। बिहार तकनीकी सेवा आयोग (बीटीएससी) के जूनियर इंजीनियर पद की परीक्षा देने के बाद भी उम्मीदवार लंबे समय से रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। गुरुवार को उनका सब्र टूट गया और अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर गए।