शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के सांसद संजय राउत ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। संजय राउत ने कहा है कि उन्हें जान से मारने की सुपारी दी गई थी। इस बाबत राउत ने उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है। इसे लेकर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी पृष्ठभूमि में शिवसेना नेता रामदास कदम ने संजय राउत पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या कहा रामदास कदम ने?
मीडिया से बात करते हुए रामदास कदम ने संजय राउत पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यह साबित हो गया है कि संजय राउत ने एकनाथ शिंदे के बेटे सांसद श्रीकांत शिंदे को बदनाम करने और खुद की सुरक्षा बढ़ाने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं। मैं संजय राउत से बस इतना ही कह सकता हूं कि कल तक मैं चुप था। कभी संजय राउत की आलोचना नहीं की। लेकिन अब पानी सिर के ऊपर से जाने लगा है।
संजय राउत मूल रूप से शिवसैनिक नहींः कदम
कदम ने आगे कहा कि “जब रश्मि ठाकरे को उद्धव ठाकरे ने सामना का संपादक नियुक्त किया था, मैं नहीं भूला हूं, भले ही वे भूल गए हों कि राउत ने उन दोनों को उस वक्त मेरे सामने कितनी भद्दी गालियां दी थीं। हमारी वफादारी कभी भी दूषित नहीं हुई है। मूल रूप से हम शिवसैनिक नहीं हैं। आप यह जानते हैं। लेकिन अब आप शिवसेना को बचाने का ढोंग कर पूरे देश और महाराष्ट्र को धोखा दे रहे हैं।”
अब पिता दिखाएं या श्राद्ध करें
शिवसेना के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विधायकों के दाम आप तय करें। सांसदों के दाम आप तय करें। आप नगरसेवकों की कीमतें तय करें। आप शाखा प्रमुख की कीमत तय करें। केंद्रीय चुनाव आयोग पर भ्रष्टाचार का आरोप आपने लगाया। हर चीज की एक सीमा होती है। मैंने कल तक बरदाश्त किया। लेकिन संजय राउत तो हद ही पार कर गए। मैं आपसे रुकने का अनुरोध करता हूं। अब हम यह भी कह सकते हैं कि पिता को दिखाओ या श्राद्ध करो। रामदास कदम ने राउत को चेतावनी दी है कि सब जानते हैं कि आप किसके भक्त हो, किसके लिए काम कर रहे हो, उद्धवजी को कैसा दिखावा कर रहे हो।