उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की हत्या करने वाले एक आरोपी पुलिस एनकाउंट में मार गिराया गया है। राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके गनर की पिछले दिनों दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। मारे गए बदमाश का नाम अरबाज है। फिलहाल पुलिस उसके अन्य साथियों की युद्ध स्तर पर तलाश कर रही है।
उमेश पाल हत्याकांड के लिए जिस कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही ड्राइव कर रहा था। अरबाज सपा के पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेहद खास माना जाता था। वह अतीक का ड्राइवर बताया जाता है। धूमनगंज क्षेत्र के नेहरू पार्क के जंगल में अरबाज के मौजूद होने की जानकरी मिली थी। पुलिस टीम के पहुंचने पर अरबाज ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। इस एनकाउंटर में एक पुलिस कांस्टेबल के भी घायल होने की खबर है।
बेहद शातिर था अरबाज
प्राप्त जानकारी के अनुसार अरबाज ने शूटरों को उमेश पाल की कार के ठीक सामने उतारा और वह थोड़ी देर तक रुकने के बाद वारदात को अंजाम देने के बाद वह शूटरों को लेकर फरार हो गया। वह बेहद शातिर अपराधी था। इसलिए कानून से बचने के लिए वह कार से बाहर कहीं भी नहीं उतरा। इसके साथ ही शूटरों के उतरते ही वह कार दूसरी ओर बढ़ाकर उनका इंतजार करने लगा। अरबाज प्रयागराज के सुल्तानपुर का निवासी था।
10 टीमें गठित
बता दें कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के आरोपियों की धर-पकड़ के लिए उत्तर प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स की 10 टीमों का गठन किया गया है। ये सभी टीमें हत्यारों की तलाश में रात-दिन एक किए हुए हैं। इस बीच अतीक अहमद के घर के पास से सफेद रंग की क्रेटा कार बरामद हुई है। शूटर हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद गाड़ी छोड़कर फरार हो गए थे।
अतीक और उसके बेटों का हाथ
हत्या के पीछे पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके बेटों के हाथ होने का आरोप है। पुलिस ने क्रेटा कार जब्त कर ली है। हैरानी की बात है कि कार में नंबर प्लेट भी नहीं है। इसी कार से हत्यारे उमेश पाल का पीछा करते हुए उनके पास पहुंचे थे। क्रेटा कार के इंजन नंबर और चेचिस नंबर की मदद से पुलिस जांच में जुटी है। अभी तक की जांच में पता चला है कि हत्या में शामिल सात में से दो शूटर अतीक अहमद के खास थे। अतिक इस समय गुजरात के साबरमति जेल में बंद है। यूपी पुलिस उससे पूछताछ की तैयारी कर रही है।