विधायक को ‘चोर मंडल’ कहने के मामले में सांसद संजय राउत को सात दिन के भीतर लिखित जवाब देना होगा। विधान परिषद उपाध्यक्ष नीलम गोर्हे ने 2 मार्च को इस संबंध में जानकारी दी।
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने 1 मार्च को कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि ‘राज्य में विधायकी नहीं बल्कि चोरों का मंडल है। राउत के इस बयान के बाद राज्य में सियासी माहौल गरम हो गया है। इसके खिलाफ शिवसेना-भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए विधानमंडल के दोनों सदनों में बेदखल करने का प्रस्ताव पेश किया।
नीलम गोर्हे दी जानकारी
विधान परिषद विधायक प्रो. राम शिंदे द्वारा दायर महाभियोग प्रस्ताव के बारे में बात करते हुए डिप्टी स्पीकर नीलम गोर्हे ने कहा कि राम शिंदे ने राउत के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का सुझाव दिया था। इसे विशेषाधिकार समिति को भेजा गया है। लेकिन जैसा कि नवनियुक्त विशेषाधिकार समिति अभी प्रक्रियाधीन है इसलिए तथ्यों का पता लगाने के लिए सात दिनों के भीतर संजय राउत से लिखित स्पष्टीकरण मांगा जाएगा और इसे सदन के समक्ष रखा जाएगा।