अपने परमाणु कार्यक्रम को जारी रखने पर अड़ियल रवैया अपनाने वाले ईरान का रुख कुछ नरम हुआ है। यह हृदय परिवर्तन अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) प्रमुख के तेहरान पहुंचने के बाद हुआ है। इस दौरे का नतीजा यह है कि ईरान और एजेंसी के बीच टकराव खत्म होने के आसार बढ़ गए हैं।
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन (एईओआई) के अध्यक्ष मोहम्मद इस्लामी ने कहा है कि तेहरान और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) सुरक्षा उपायों के समझौतों के आधार पर अपने संबंधों को विनियमित करने पर सहमत हुए हैं। इस्लामी ने 4 मार्च को यहां आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी के साथ संयुक्त संवाददाता में यह टिप्पणी की। इस्लामी ने कहा कि दोनों पक्षों के संबंधों को सुरक्षा उपायों पर आधारित करने से आईएईए को ईरान की परमाणु गतिविधियों के बारे में आश्वस्त होने और किसी भी विसंगति को रोकने में मदद मिलेगी।
आईएईए ने ईरान के बदले रुख पर जताई खुशी
आईएईए के अध्यक्ष राफेल ग्रॉसी ने ईरान के बदले रुख पर खुशी जताते हुए कहा कि संचार विश्वास बनाने के तरीके में होना चाहिए, दोनों पक्षों को जोड़ने से इसे बाहरी हस्तक्षेप से बचाना चाहिए ताकि उनके मुद्दों को हल करने के लिए सहयोग भरोसेमंद तरीके से जारी रहे। उन्होंने कहा कि एईओआई और एजेंसी इस बात पर सहमत हुए हैं कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम और देश के वैज्ञानिकों की क्षमताओं के बारे में बेहतर जानने के लिए एजेंसी को 30वें ईरानी परमाणु सम्मेलन में भाग लेना चाहिए।
ईरान विरोधी प्रस्ताव जारी करने की संभावना पर कही ये बात
इस बीच आईएईए के निदेशक मंडल की अगली बैठक में ईरान विरोधी प्रस्ताव जारी करने की संभावना पर इस्लामी ने कहा कि अगर ऐसा होता है, तो ईरानी अधिकारी निश्चित रूप से उसके अनुसार निर्णय लेंगे और एईओआई उनके आधार पर कार्य करेगा। संवाददाता सम्मेलन में ग्रॉसी ने दुनिया में कहीं भी परमाणु संयत्रों और बिजली संयंत्रों के खिलाफ किसी भी सैन्य कार्रवाई की निंदा की है।
ईरान ने किया स्पष्ट
इस पूरे घटनाक्रम पर ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने उम्मीद जताई है कि अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर पेशेवर दृष्टिकोण अपनाएगी। राष्ट्रपति कार्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के मुताबिक रायसी ने 4 मार्च को राजधानी तेहरान में आईएईए के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की।