ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने कहा कि ऑस्ट्रलिया और भारत सरकारों ने शिक्षा योग्यता मान्यता मैकेनिज्म को अंतिम रूप दे दिया है। इसके तहत भारत की डिग्री ऑस्ट्रेलिया में और वहां की डिग्री भारत में मान्य होगी। अल्बनीस ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का डीकिन विश्वविद्यालय यहां गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय कैंपस स्थापित करेगा। गुरुवार की सुबह भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रधानमंत्री अल्बनीस दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में पहुंचे हैं।
छात्रों के लिए अवसर
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस कहा कि दोनों देशो ने शिक्षा योग्यता को लेकर एक नए मैकेनिज्म को अंतिम रूप दे दिया है। इस नए मैकेनिज्म का मतलब है कि यदि आप एक भारतीय छात्र हैं और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ रहे हैं या अध्ययन कर चुके हैं, तो घर लौटने पर आपकी पदवी को मान्यता दी जाएगी। इसी तरह भारत की डिग्री ऑस्ट्रेलिया में भी वैध होगी। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अल्बनीस ने कहा कि छात्रों को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। प्रधानमंत्री ने उन भारतीय छात्रों के लिए एक नई छात्रवृत्ति की भी घोषणा की जो ऑस्ट्रेलिया में अध्ययन करना चाहते हैं। छात्रवृत्ति व्यापक मैत्री कार्यक्रम का हिस्सा है, जो ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देना चाहता है।
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ऑस्ट्रेलिया करेगा विश्वविद्यालय स्थापना
अल्बनीस ने कहा कि यह किसी भी देश के साथ भारत द्वारा स्वीकृत सबसे व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यवस्था है। इससे भारतीय छात्रों को नवीन और अधिक सुलभ शिक्षा प्रदान करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई शिक्षा प्रदाताओं के लिए व्यावसायिक अवसरों का मार्ग प्रशस्त होगा। अल्बनीस ने घोषणा की कि ऑस्ट्रेलिया का डीकिन विश्वविद्यालय यहां गुजरात के गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में एक अंतरराष्ट्रीय कैंपस स्थापित करेगा। इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी मौजूद थे।