कर्नाटक में भाजपा विधायकों के बीच टिकट का नाटक रंगने लगा है। यह बोंब (हल्ला-गुल्ला) हुआ मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई के एक बयान से। जिसके बाद भाजपा विधायकों के दिल की धड़कनें बढ़ गई हैं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई यहां विजयपुरा में चिक्कागलगली में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
बयान से बवाल
मुख्यमंत्री बासवराज ने कहा है कि, सभी वर्तमान विधायकों को टिकट देने का कोई उदाहरण नहीं है। हर चुनाव अलग होता है। बोम्मई ने साफ कर दिया कि सर्वे, प्रदर्शन और अन्य दिशा-निर्देशों के बाद ही टिकट दिया जाएगा। इसके लिए संसदीय बोर्ड में हर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवारों की चर्चा की जाती है और यह कहना बहुत मुश्किल है कि सभी मौजूदा विधायकों को टिकट मिलेगा। भाजपा विधायक मदल विरुपक्षप्पा के घर पर लोकायुक्त के छापे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच के लिए लोकायुक्त स्वतंत्र है। कोर्ट के फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है और कुछ भी छिपाने का सवाल ही नहीं उठता।
ये भी पढ़ें – महाराष्ट्र में लव जिहाद के कितने मामले? मंत्री लोढ़ा ने किया सनसनीखेज खुलासा
इन विधायकों को टिकट नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के एक बयान संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, पार्टी के कुछ मौजूदा विधायकों को आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट मिलने की संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं, इसलिए उनके पास जानकारी हो सकती है। उन्होंने साफ किया कि 70 साल से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को टिकट देने या नहीं देने का मुद्दा उनके सामने नहीं है।