ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भरोसा दिलाया है कि उनके देश में मंदिरों पर हमले और खालिस्तान समर्थक तत्वों की गतिविधियों के संबंध में वहां के कानूनों के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस संबंध में भारत की चिंताओं पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को मेहमान नेता के साथ संयुक्त पत्रकार संबोधन में इस विषय पर हुई चर्चा का उल्लेख किया था। मोदी ने कहा कि ऐसी घटनाओं से सामाजिक सौहार्द और शांति व्यवस्था पर विपरीत असर पड़ता है। दोनों नेताओं ने तय किया कि इस संबंध में दोनों देशों के अधिकारी आपस में संपर्क बनाए रखेंगे।
खास बातेंः
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं। 10 मार्च को उनका राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद दोनों नेताओं ने दिल्ली के हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय व प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। वार्ता के बाद संयुक्त वक्तव्य के दौरान प्रधानमंत्री ने हिन्दू मंदिरों पर हमले से जुड़े मुद्दे पर हुई चर्चा की जानकारी दी।
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच वार्ता के बाद पत्रकार वार्ता में कहा कि दोनों देशों के बीच बहुस्तरीय सुरक्षा सहयोग है। हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में साझा चिंताओं और चुनौतियों का सामना करने के उपायों के बारे में दोनों नेताओं ने विचार-विमर्श किया।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने रणनीतिक और सुरक्षा संबंधी सहयोग के साथ ही विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी, अक्षय ऊर्जा, शिक्षा, दुर्लभ खनिज तथा व्यापार क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति पर संतोष जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में आयोजित होने वाली जी-20 शिखरवार्ता में भाग लेने के लिए अल्बनीस को औपचारिक रूप से निमंत्रण दिया। साथ ही संयुक्त वक्तव्य में जानकारी दी कि वे मई महीने में क्वाड शिखर वार्ता में शामिल होने ऑस्ट्रेलिया जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि यह भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली वार्षिक शिखर वार्ता थी। इस दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच अकेले में वार्ता हुई। विदेश मंत्रालय के अनुसार यह दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी को अधिक प्रगाढ़ करने की दिशा में साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
पिछले साल मार्च में वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान वार्षिक शिखर सम्मेलनों के तंत्र को संस्थागत रूप दिया गया था और यह हमारे दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ते जुड़ाव का प्रतिबिंब है।
Join Our WhatsApp Community