संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा शनिवार को चक्का जाम किया जाएगा। इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को अलग रखा गया है। इस संदर्भ में घोषणा भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने की है। किसान आंदोलन में सम्मिलित 40 यूनियन की ओर से चक्का जाम के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है।
पिछले 73 दिनों से किसान आंदोलन चल रहा है। ये आंदोलन दिल्ली की बाहरी सीमाओं पर जारी है। गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह से एलर्ट मोड पर है।
किसानों का चक्का जाम
- संयुक्त किसान यूनियन के चक्का जाम में 40 यूनियन सम्मिलित हैं। जो देश की सभी सड़कों को जाम करेंगे
- संयुक्त किसान यूनियन द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया है कि मात्र राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर दोपहर 12 से 3 बजे के मध्य चक्का जाम किया जाएगा।
- आपातकालीन सेवाओं को नहीं रोका जाएगा। जिसमें एंबुलेंस, स्कूल बस आदि शामिल हैं।
- चक्का जाम अहिंसात्मक होगा। सभी आंदोलनकारियों को प्रसासन और नागरिकों से न उलझने को कहा गया है।
- दिल्ली-एनसीआर की सड़कें नहीं जाम की जाएंगी।
- 3 बजे चक्का जाम गाड़ियों का हॉर्न बजाकर और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देकर खत्म होगा
- उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा