किसान आंदोलन : जिन पर आभिमान है उन्हीं का अपमान, जानें कैसे है ये अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा?

किसान आंदोलन को समर्थन के नाम पर विदेश में बैठे साजिशकर्ता योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर रहे हैं। इसका खुलासा भी होता रहा है। कनाडा की कई संस्थाओं के नाम भी इसमें आए हैं।

151

किसान आंदोलन की आड़ में भारत के उन चर्चित चेहरों को निशाना बनाया जाने लगा है जो देश हित में उतरे थे। उन्होंने किसान आंदोलन की आड़ में अंतरराष्ट्रीय आतंकी साजिशों के इन्फ्लुएंसरों को उत्तर दिया। इसमें बॉलीवुड के कलाकारों को निशाना बनाया गया तो दूसरी ओर क्रिकेट के महानायक सचिन तेंदुलकर के पोस्टर पर कालिख पोता गया। यह सब उस पार्टी ने किया जिसने ग्रेटा थनबर्ग के टूल किट को साझा किया था।

केरल कांग्रेस किसान आंदोलन को भुनाने में देश विरोधी कृत्यों को भी अपनाने में पीछे नहीं हट रही है। पिछले दिनों पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के टूल किट को साझा करने के बाद उन्होंने रिहाना का भी समर्थन किया। अब केरल कांग्रेस भारत रत्न सचिन तेंदुलकर को भी अपमानित करने में पीछे नहीं है।

ये भी पढ़ें – किसान आंदोलन : ये हैं रिहाना, थनबर्ग के ‘खालिस्तानी’ खलीफा!

अपनों का अपमान, विदेशियों से सहमति
किसान आंदोलन को लेकर विदेशी कलाकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भारत के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया था। इसके विरुद्ध भारतीय कलाकारों और खेल हस्तियों ने भी भारत का पक्ष रखा। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय कलाकारों के विरुद्ध भद्दी टिप्पणियां की जा रही हैं। लेकिन इसमें आश्चर्य तब हो रहा है जब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता भारत के विरुद्ध इन अंतरराष्ट्रीय साजिशों का साथ देते हुए अपने कलाकारों और खिलाड़ियों के विरोध में उतर गए।
इस विषय में भाजपा के नेता बीएल संतोष ने केरल महिला कांग्रेस के 18 जनवरी, 2021 के उस टूल किट को साझा किया है जो ग्रेटा थनबर्ग के टूल किट से मेल खाता है।

इसके अलावा दूसरी घटना सचिन तेंदुलकर के पोस्टर के साथ घटी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सचिन के पोस्टर पर कालिख पोती। बता दें कि, इसी कांग्रेस की सरकार में सचिन तेंदुलकर को राज्यसभा से सांसद और भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। लेकिन अब राजनीति की आंधी में उसे अपनों के अपमान से कोई परहेज नहीं है।

ये भी पढ़ें – राज ठाकरे की न्यायालय में पेशी… फिर क्या हुआ?

कनाडा से है कनेक्शन, सरकार करेगी कार्रवाई की मांग
विदेशी कलाकारों और कार्यकर्ताओं के किसान आंदोलन में कूदने की श्रृंखला में कनाडा का लिंक सामने आया है। इसमें पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से संबंध मिले हैं। सूत्रों के अनुसार जिस टूल किट को ग्रेटा थनबर्ग ने साझा किया था वो उसे कनाडा की इस संस्था द्वारा प्रदान किया गया था। इसके अलावा पॉप गायिका रिहाना को किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट के लिए 2.5 मीलियन (18 करोड़ रुपए) डॉलर का भुगतान किये जाने की जानकारी भी सामने आ रही है। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है।

ये भी पढ़ें – ये है किसान आंदोलन की ‘इन्फ्लुएंसर’, हुआ मामला दर्ज?

कैसे हो रहा संचालन?
पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन और वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन भारत के विरोध में अतंरराष्ट्रीय अभियान चला रही है। पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन (पीजेएफ) का संस्थापक है मो धालीवाल और सहसंस्थापक है अनीता लाल। इसके अलावा अनीता लाल वर्ल्ड सिख ऑर्गेनाइजेशन की निदेशिका भी है जिसमें उसके साथ कनाडा के मेंबर ऑफ पार्लियामेंट जगमीत सिंह है। जगमीत सिंह और मो धालीवाल, अनीता लाल कट्टर खालिस्तानी हैं। सूत्रों के अनुसार रिहाना को ट्वीट करने के बदले मो धालीवाल की जनसंपर्क कंपनी स्काई रॉकेट के माध्यम से 2.5 मीलियन डॉलर का भुगतान हुआ है। इसके अलावा ग्रेटा थनबर्ग द्वारा जो टूल किट साझा किया गया था वो अनीता लाल द्वारा उसे भेजा गया था। इसके अलावा पोर्न फिल्मों की अभिनेत्री मिया खलीफा के ट्वीट के पीछे भी इन्हीं साजिशकर्ताओं का हाथ होने की बात सामने आ रही है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.