ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का प्रधानमंत्री पद छिनने के बाद भी उनकी मुसीबतें घट नहीं रही हैं। उन पर लगे पार्टीगेट घोटाले सहित विविध आरोपों में उनसे पूछताछ की जाएगी। अगले सप्ताह ब्रिटिश सांसद उनसे पूछताछ करेंगे। इसके बाद उनकी संसद सदस्यता छिनने का खतरा भी पैदा हो गया है।
कोरोना लॉकडाउन में दी थी पार्टी
कोरोनाकाल के दौरान ब्रिटेन में पूर्ण लॉकडाउन लगा था। इसी दौरान ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के 56वें जन्मदिन पर उनकी पत्नी कैरी ने एक पार्टी दी थी। उस समय लॉकडाउन प्रतिबंधों के मुताबिक किसी भी तरह के आयोजन की अनुमति नहीं थी। कहीं भी दो से ज्यादा लोगों के जुटने की अनुमति भी नहीं थी। वहीं, बोरिस जॉनसन की जन्मदिन पार्टी में तीस लोग शामिल हुए थे। इस घटना को पार्टीगेट घोटाला कहा जाता है। बोरिस जॉनसन इनकार के बावजूद पुलिस ने एक आपराधिक जांच के बाद दर्जनों सहयोगियों पर जुर्माना लगाया और जॉनसन ब्रिटेन के पहले प्रधानमंत्री बने, जिन्हें एक सभा में कानून तोड़ते हुए पाया गया।
संसद की विशेषाधिकार समिति कर रही जांच
लॉकडाउन उल्लंघन सहित कई आरोपों में घिरे बोरिस जॉनसन को जुलाई, 2022 में प्रधानमंत्री पद भी छोड़ना पड़ा था। उनके खिलाफ मामला संसद तक पहुंचा था। अब संसद की विशेषाधिकार समिति मामले की जांच कर रही है। ब्रिटिश संसद की विशेषाधिकार समिति ने एक बयान में कहा कि बोरिस जॉनसन ने सार्वजनिक रूप से मौखिक साक्ष्य देने के लिए समिति के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। उनके खिलाफ सुनवाई 22 मार्च को होगी।
ये भी पढ़ें- टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ राहुल गांधी, स्मृति ईरानी ने लंदन वाले बयान पर बोला हमला
आठ महीने के काम के बाद इस महीने की शुरुआत में जारी एक अंतरिम रिपोर्ट में समिति ने कहा कि अब तक हाउस ऑफ कॉमन्स में बोरिस जॉनसन की बेगुनाही की दलीलों को कम करके आंका गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सबूत बताते हैं कि जॉनसन ने कोरोना लॉकडाउन का उल्लंघन किया। अब समिति की सुनवाई के बाद बोरिस जॉनसन की संसद की सदस्यता भी जा सकती है।
Join Our WhatsApp Community