मुगलों का महिमामंडन करने वाली वेब सीरीज ‘ताज : डिवाइडेड बाय ब्लड’ एवं धार्मिक भेदभाव करने वाले ‘हलाल प्रमाणपत्र’के खिलाफ हिन्दूवादी संगठन मुखर हो रहे हैं। 15 मार्च को हिन्दूवादी संगठनों के साथ वरुणापुल स्थित शास्त्रीघाट पर जुटे व्यापारियों ने धरना देकर इस्लामिक देशों में निर्यात करनेवालों के लिए ‘हलाल सर्टिफिकेट (प्रमाणपत्र)’ अनिवार्य पर जमकर नाराजगी जताई। मुसलमानों को केवल मुसलमानों के साथ ही व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित करने वाले ‘हलाल प्रमाणपत्र’पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर कार्यकर्ताओं ने कहा कि इससे धार्मिक भेदभाव हो रहा है। सरकार को इसमें हस्तक्षेप कर कार्यवाही करनी चाहिए। प्रमाण पत्र देनेवाले वाली संस्थाओं की ‘सीबीआई एवं ईडी’ द्वारा जांच आवश्यक है।
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कार्यकर्ताओं का आरोप
कार्यकर्ताओं ने कहा कि इस प्रमाणपत्र से भविष्य में स्थानीय व्यापारी, पारंपरिक उद्यमी के साथ अंततः राष्ट्र के लिए संकट खड़ा हो सकता है। हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुगलों का महिमामंडन करनेवाली वेब सीरीज ‘ताज : डिवाइडेड बाय ब्लड’ से धार्मिक सौहार्द बिगड़ सकती है। ऐसे में इस वेब सीरीज पर रोक लगाने के साथ इसे बनाने वाले निर्माता और मुगलों का समर्थन करनेवाले कलाकारों पर कार्यवाही की जाए। वक्ताओं ने कहा कि जिन मुगलों ने भारतीय संस्कृति नष्ट करने का प्रयास किया,हिन्दू मंदिरों को ध्वस्त किया, हिन्दुओं का भारी संख्या में धर्मांतरण किया, ऐसे मुगल अकबर को ‘सहिष्णु’, ‘सर्वधर्म समभावी’, ‘आध्यात्मिक’ आदि उपाधियां लगाकर उसका झूठा इतिहास इस वेब सीरीज के जरिए प्रचारित किया जा रहा है। धरना -प्रदर्शन में हिन्दू जनजागृति समिति सहित अन्य संगठन भी शामिल रहे।