अमेरिका के समुद्री तट पर नौसेनाओं का बहुपक्षीय ‘एक्सरसाइज सी-ड्रैगन 23’ शुरू हो गया है। इस अभ्यास में हिस्सा लेने के लिए भारत का समुद्री टोही विमान पी-8 आई 14 मार्च को ही अमेरिका के ग्वाम में पहुंच गया। इस सैन्य अभ्यास में भारत-अमेरिका के अलावा जापान, कनाडा और कोरिया गणराज्य की नौसेनाएं हिस्सा लेकर अपने समुद्री अनुभव एक-दूसरे से साझा करेंगी।
यूएस नेवी द्वारा होस्ट की गई लॉन्ग रेंज मैरीटाइम टोही एंटी-सबमरीन वारफेयर एयरक्राफ्ट
नौसेना प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक यह अमेरिकी नौसेना की मेजबानी में लॉन्ग रेंज मैरीटाइम टोही एंटी सबमरीन वारफेयर विमान के लिए समन्वित बहु पार्श्व एंटी सबमरीन वारफेयर अभ्यास का तीसरा सैन्य अभ्यास है, जो 30 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने वाले देश पनडुब्बी रोधी संयुक्त कार्रवाई का अभ्यास करेंगे। इन सैन्य अभ्यासों के दायरे को पिछले कई वर्षों के दौरान लगातार बढ़ाया जाता रहा है, ताकि उन्नत एएसडब्लू अभ्यास को शामिल किया जा सके। अभ्यास के दौरान सी-ड्रैगन 23 की क्षमताओं की परख की जायेगी। इस सिलसिले में वह अन्य विमानों के साथ पानी के भीतर स्थित लक्ष्यों को भेदने का प्रदर्शन करेगा।
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नौसेना के बीच विशेषज्ञता का आदान-प्रदान
इसके साथ ही नौसेनाओं के बीच आपस में विशेषज्ञता का आदान-प्रदान भी किया जायेगा। सैन्य अभ्यास में समुद्री टोही विमान पी-8 आई भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व करेगा, जबकि अमेरिकी नौसेना का पी8ए, जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल का पी1, कनाडा की शाही वायुसेना की सीपी 140 और कोरिया गणराज्य की नौसेना का पी3सी विमान हिस्सा लेगा। इस सैन्य अभ्यास का उद्देश्य मित्र नौसेनाओं के बीच बेहतर समन्वय और तालमेल बिठाना है, जो उनके साझा मूल्यों तथा मुक्त व समावेशी हिंद-प्रशांत के लिये संकल्प पर आधारित है।