पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से सटे आईटी शहर साल्टलेक के भारतीय विद्या भवन के पास स्थित फागुनी आवासन बस्ती में 23 अप्रैल देर शाम आग लग गई। इस दौरान 100 से अधिक झोपड़ी राख हो गईं।
विधान नगर पुलिस कमिश्नरेट ने 24 अप्रैल की सुबह कहा है कि करीब 10 अग्निशमन गाड़ियों ने करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सुबह तक कूलिंग का काम जारी रहा है। यह झोपड़ी बांस और पॉलीथिन की थीं।
चारों ओर फैल गया धुआं
पीड़ित सुमन सिंह ने बताया कि आग लगने से चारों ओर धुआं फैल गया। इस दौरान सिलेंडरों के धमाकों की आवाज आती रही। बच्चों को लेकर जैसे तैसे बाहर निकली। मेरे साथ मेरी बेटी, दामाद और दो बच्चे रहते हैं। पति ड्यूटी पर थे। मैंने उनको फोन किया।
कोई जनहानि नहीं
राज्य के अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस सूचना मिलते ही देररात मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। अग्निशमन कर्मियों ने दर्जनों एलपीजी सिलेंडर को भी निकाला। झोपड़ियों में केरोसिन तेल रखा होने की वजह से आग तेजी से फैली। मंत्री ने बताया है कि पुलिस और अग्निशमन विभाग की संयुक्त टीम घटना की जांच करेगी। उन्होंने लोगों को बस्ती का पुनर्वास कराने का आश्वासन दिया है।