वज्रमूठ में उद्धव ठाकरे की चुनौती, अमित शाह को लेकर कही यह बात

उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी की अंतिम वज्रमूठ सभा मुंबई के बीकेसी मैदान में हुई। इसमें शिवसेना उबाठा, कांग्रेस और एनसीपी ने सरकार पर जमकर शाब्दिक हमला बोला।

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उद्धव ठाकरे
वज्रमूठ सभा की अंतिम सभा मुंबई बीकेसी में संपन्न हुई

मुंबई में हुई वज्रमूठ सभा में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना नेताओं पर जमकर प्रहार किये। लेकिन इसमें मुख्य बात सभा में अपने भाषण के अंत में कही, उद्धव ठाकरे ने फिर एक बार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का नाम लेकर बड़ी बात कही है, जो भाजपा के लिए चुनौती से कम नहीं है। इस सभा में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने हिस्सा लिया।

बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में महाविकास आघाड़ी की मज्रमूठ सभा में तीनों घटक दलों ने जोर लगाया था। इस सभा में उद्धव ठाकरे ने भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी, सरसंघचालक मोहन भागवत समेत राज्य के नेताओं पर तीखी टिप्पणियां की। उन्होंने, शिवसेना नेता और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी अपनी मिंधे शैली में प्रहार किये। लेकिन इसमें दो मुख्य बातें जो उठकर आई वह है, बारसू रिफाइनरी प्रकरण में एनसीपी नेता शरद पवार से उद्योग मंत्री उदय सामंत की भेंट और अमित शाह का नाम लेकर दी गई चुनौती।

जमीन दिखाएंगे
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर लंबे समय से उद्धव ठाकरे टिप्पणियां करते रहे हैं। मुंबई की वज्रमूठ सभा में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि, अब भगवा महाविकास आघाड़ी के साथ ऊंचा फहराना है और मुंबई महानगर पालिका चुनाव में अमित शाह को जमीन दिखाएंगे। मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार के नेतृत्व में मुंबई मनपा में सत्ता के लिए भाजपा चक्रव्यूह रच रही है। ऐसे समय में उद्धव ठाकरे की यह टिप्पणी भाजपा के लिए चुनौती से कम नहीं।

बता दें कि, वर्ष 2019 में शिवसेना और भाजपा की युति टूटने का ठीकरा उद्धव ठाकरे ने अमित शाह के सिर फोड़ने का प्रयास किया था। उस समय उद्धव ठाकरे की ओर से लगातार कहा जा रहा था कि, अमित शाह के द्वारा उन्हें ढाई वर्ष मुख्यमंत्री पद देने का वचन दिया गया था, जबकि भाजपा की ओर से ऐसी किसी चर्चा से लगातार इन्कार किया गया। इससे दोनों दलों की युति टूटी और तत्कालीन शिवसेना ने चतुष्कोणीय बहुमत का लाभ लेते हुए एनसीपी कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास आघाड़ी का गठन किया और राज्य में सत्ता स्थापित की जिसमें उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।

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पवार से क्यों चर्चा?
सोमवार को एक ओर बीकेसी मैदान में वज्रमूठ सभा की तैयारी चल रही थी तो, दूसरी ओर बारसू रिफाइनरी के संबंध में उद्योग मंत्री उदय सामंत ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से दूसरी बार भेंट की। इस भेंट का उल्लेख भी उद्धव ठाकरे ने किया। उन्होंने कहा कि, जब मैं मुख्यमंत्री था तो आरोप लग रहा था कि मैं पवार साहब के दबाव में काम कर रहा हूं, लेकिन अब तुम्हारे मंत्री बारसू रिफाइनरी को लेकर पवार साहब से मिल रहे हैं। यह तुम्हें कैसे स्वीकार है?

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