केदारनाथ धाम में बर्फबारी और बारिश के बीच 23 मई को एक ही दिन में 1700 से अधिक तीर्थयात्रियों ने हेली सेवा के माध्यम केदारनाथ धाम के दर्शन किये। हेली सेवाओं के जरिए तीर्थयात्रियों को सफल यात्रा कराने को लेकर उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) और पर्यटन विभाग की टीम पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 30 हजार 883 तीर्थयात्री उत्तराखंड में संचालित हेली सेवाओं का लाभ उठा चुके हैं। प्रदेश में कुल नौ ऑपरेटर यात्रियों के लिए हेली सेवाएं मुहैया करा रहे हैं। 23 मई को सभी ऑपरेटरों ने 305 शटल सेवाओं का संचालन किया, जबकि अभी तक कुल 5577 शटल सेवाएं संचालित की जा चुकी हैं। केदारनाथ धाम के लिए रुद्रप्रयाग जिले के सिरसी, फाटा और गुप्तकाशी से हेली सेवा का संचालन किया जा रहा। है। बारिश के दौरान यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है। बारिश के रुकने की स्थिति और मौसम साफ होने के बाद ही तीर्थयात्रियों को आगे भेजा जा रहा है।
हेली सेवा महत्वपूर्ण
उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए हेली सेवा के महत्व को समझा जा सकता है। हेली सेवाओं का संचालन नियमानुसार व्यवस्थित ढंग से किया जा रहा है। चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के मानकों के अनुसार हेली सेवा का संचालन किया जा रहा है। सुरक्षा उपाय के लिए सभी ऑपरेटरों के पास दोनों हेलीपैड में कर्मचारी तैनात हैं। वे रेडियो के माध्यम से एक दूसरे के साथ और हेलीकाप्टरों के साथ संचार संपर्क में रहते हैं। मौसम संबंधी किसी भी अपडेट नियमित रुप से भेजा जाता है।
पर्यटन सचिव की अपील
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि हर 15 दिन बाद ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल खोला जा रहा है। उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की है कि केवल ऑफिशियल पोर्टल से ही बुकिंग करें। किसी प्रकार भी टिकट ब्लैक करने वालों के जाल में ना फंसे। साथ ही उन्होंने कहा कि ब्लैक मार्केटिंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।