कोरोना काल में पहली बार महाराष्ट्र बोर्ड की 10वीं की परीक्षा का परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया गया। इसका मूल्यांकन करते हुए शिक्षकों ने खुलकर अंकों की खैरात बांटी और इस साल का परिणाम ऐतिहासिक रहा। इस वर्ष राज्य बोर्ड की 10वीं का परिणाम 99.94 प्रतिशत रहा। इसलिए राज्य में 10वीं पास करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 15 लाख 75 हजार 994 तक पहुंच गई है। अब सवाल उठता है कि क्या 11वीं में प्रवेश के लिए इतनी सीटें उपलब्ध हैं? उल्लेखनीय है कि इस वर्ष ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले छात्रों की बड़ी संख्या के कारण मुंबई और पुणे में प्रवेश के लिए कड़ा मुकाबला हो सकता है।
मुंबई,पुणे में अनिवार्य होगा सीईटी!
इस साल मुंबई में 10वीं कक्षा में कुल 3 लाख 47 हजार 537 छात्र पास हुए हैं और वर्तमान में मुंबई में 11वीं कक्षा के लिए 3 लाख 7 हजार सीटें उपलब्ध हैं। इस तरह पास होने वाले छात्रों की संख्या और उपलब्ध सीटों की संख्या के बीच बड़ा अंतर है। लेकिन माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने दावा किया है कि प्रवेश में कोई दिक्कत नहीं आएगी। लेकिन इतना तय है कि 11वीं में प्रवेश के लिए मुंबई-पुणे में विद्यार्थियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। इसका कारण यह है कि ज्यादातर प्रतिष्ठित कॉलेज इन शहरों मे ही स्थित हैं। बता दें कि प्रवेश मेरिट के आधार पर होते हैं। शिक्षकों का कहना है कि इन शहरों के कॉलेज सीईटी परीक्षा के बिना छात्रों को प्रवेश नहीं देंगे।
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अगस्त में सीईटी!
11वीं प्रवेश प्रक्रिया हर साल 10वीं के अंकों के आधार पर पूरी की जाती है। राज्य में 7 महानगरपालिका क्षेत्र में प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाती है। राज्य सरकार ने इस साल 11वीं में दाखिले के लिए सीईटी लेने का फैसला किया है। सीईटी के आयोजन की जिम्मेदारी राज्य बोर्ड को सौंपी गई है। इस पृष्ठभूमि में सीईटी की प्रक्रिया अब राज्य बोर्ड द्वारा शुरू की जाएगी। सीईटी अगस्त के तीसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है। राज्य में 11वीं में प्रवेश हेतु सीईटी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए 19 जुलाई से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने की योजना है। राज्य बोर्ड के छात्रों से इस परीक्षा के लिए अलग से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। अन्य बोर्ड के छात्रों को अपने विवरण और अंक के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी। इसके साथ ही हर विद्यार्थी को 170 रुपये ऑनलाइन परीक्षा शुल्क देना होगा।