तीनों सेनाओं के पूर्व और सेवारत कर्मियों एवं उनके परिजनों को सर्विसेज ई-हेल्थ असिस्टेंस एंड टेलीकंसल्टेशन (सेहत) के अंतर्गत दवाओं की 1 फरवरी से होम डिलीवरी शुरू की गई है। डिजिटल इंडिया और ई-गवर्नेंस के लिए सरकार की प्रतिबद्धता के अंतर्गत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ‘सेहत’ का शुभारंभ किया।
‘सेहत’ योजना रक्षा मंत्रालय की सेना के तीनों अंगों की एक टेलीकंसल्टेशन सेवा है। सभी कर्मियों और उनके परिवारों को इसका हकदार बनाया गया है।
स्टे होम ओपीडी एक मरीज से डॉक्टर तक की प्रणाली
रक्षा मंत्रालय के अनुसार सेहत स्टे होम ओपीडी एक मरीज से डॉक्टर तक की प्रणाली है, जहां रोगी अपने स्मार्टफोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप या टैबलेट का उपयोग करके इंटरनेट के माध्यम से एक ही समय में वीडियो, ऑडियो और चैट के जरिए परामर्श ले सकता है।
सुरक्षित और उपयोगी योजना
इसका उद्देश्य मरीजों को उनके घरों पर ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस योजना के जरिए देश में कहीं भी अपने घर की सीमा के भीतर मरीज और डॉक्टर के बीच सुरक्षित वीडियो आधारित परामर्श की सुविधा प्रदान की गई है। यह ऐप अत्यंत सरल और उपयोग में आसान होने के लिहाज से तैयार किया गया है।
मुफ्त में उपलब्ध कराई जा रही है सेवा
वीडियो आधारित परामर्श लेने के लिए कुछ भी भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। केवल https:ehatopd.gov.in पर जाकर, या प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध सेहत ऐप का उपयोग करके परामर्श सेवा तक पहुंच सकते हैं। इसकी शुरुआत के बाद से सेहत सुविधा पर 10 हजार से अधिक सफल टेलीकंसल्टेशन हुए हैं, जिसमें 2000 से अधिक डॉक्टरों की एक मजबूत टीम शामिल है।
भविष्य में किया जाएगा विस्तार
रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कहा कि सेहत पर परामर्श चाहने वाले रोगियों को होम डिलीवरी या दवाओं की होम डिलीवरी कराने की यह अनूठी पहल है। जरूरतमंद रोगी लॉग इन करते समय अपनी वरीयता का संकेत दे सकते हैं। शुरुआत में होम डिलीवरी की यह योजना बेस अस्पताल दिल्ली कैंट के साथ 1 फरवरी 2022 से शुरू की गई है और इसे आने वाले समय में अधिक से अधिक स्टेशनों तक बढ़ाया जाएगा।