कोरोना वायरस के बाद ब्लैक फंगस की चुनौती गंभीर रूप धारण कर रही है। महाराष्ट्र, दिल्ली में इससे पीड़ितों की संख्या चिंता उत्पन्न कर रही है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बुधवार को ही कहा कि राज्य में प्रतिदिन ब्लैक फंगस के दो सौ से अधिक पीड़ित सामने आ रहे हैं। इस रोग से ग्रसित होने पर क्या लक्षण दिखते हैं और कौन इसके सीधे खतरे में हैं इसे जानना अधिक आवश्यक है।
ये भी पढ़ें – पीएम ने साधा 10 राज्यों के 54 जिलों से सवांद, कही ये बात
कौन है अधिक खतरे में?
- मधुमेह से पीड़ित ऐसे लोग जिन्हें स्टेरॉयड या टॉसिलिजुमाब दिया गया
- कैंसर का इलाज करा रहे या पुरानी बीमारी से पीड़ित
- जो स्टेरॉयड या टॉसिलिजुमाब अधिक मात्रा में सेवन करता हो
- कोरोना से गंभीर रूप से पीड़ित ऐसे लोग जो ऑक्सीजन मास्क या वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं
कैस चलेगा पता?
- नाक से खून बहना, पपड़ी जमना या काला रंग का कुछ दिखना
- नाक का बंद होना, सिर और आंख में दर्द, आंखों के पास सूजन, धुंधला दिखना, आंखों का लाल होना, कम दिखना,
- आंख को खोलने बंद करने में दिक्कत
- चेहरा सुन्न होना या झुनझुनी सी महसूस होना
- मुंह खोलने में दिक्कत
- दांत गिरना या मुंह के अंदर आसपास सूजन होना
BlackFungus or Mucormycosis, a Fungal Infection has been observed in many Covid Patients. As per ICMR guidelines, use of mask, regulations on steroids & diabetes can help to prevent it. Visit the doctor if any symptoms appear@adgpi@MoHFW_INDIA pic.twitter.com/WLFX172PoN
— Western Command – Indian Army (@westerncomd_IA) May 20, 2021
ब्लैक फंगस होने पर क्या करें?
- किसी ईएनटी डॉक्टर से करें संपर्क, आंखों के डॉक्टर से करें संपर्क या ऐसे किसी डॉक्टर से करें संपर्क जो ब्लैक फंगस के पीड़ित का इलाज कर रहा हो
- उपचार फॉलो करें, डायबिटीज मॉनिटर करें
- स्टेरॉयड का सेवन न करें
- डॉक्टरी सलाह पर एमआरआई और सीटी स्कैन करवाएं