कोरोना वैक्सीन के बारे में 13 मई को कई महत्वपूर्ण जानकारी दी गईं। करोना संक्रमितों को उनके ठीक हो जाने के 6 महीने बाद वैक्सीन लेने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही ये भी बताया गया कि कोविशील्ड के दो टीके के बीच का अंतर को बढ़ाकर 12-16 सप्ताह किया जाना चाहिए। इसके आलावा पैनल ने यह भी सुझाव दिया कि गर्भवती महिलाएं भी कोरोना वैक्सीन ले सकती हैं। हालांकि कोवैक्सीन के टीके के बीच के अंतर के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
यह जानकारी इम्यूनाइजेशन के लिए काम करने वाले नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप की ओर से दी गई।
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एनटीएजीआई ने दी ये महत्वपूर्ण जानकारी
एनटीएजीआई ने बताया कि कोरोना संक्रमण की चपेट में आए लोगों को उन्हें स्वस्थ होने के 6 माह बाद वैक्सीन का टीका लगाना चाहिए। वर्तमान में इसकी अवधि 4-8 सप्ताह बताई गई है। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कोरोना का टीका डॉक्टर की सलाह पर लेना चाहिए, क्योंकि वैक्सीन के ट्रायल में इन्हें शामिल नहीं किया गया था। एनटीएजीआई ने सुझाव दिया है कि चेकअप के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं को कोविशील्ड व कोवैक्सीन से जु़ड़े फायदों के साथ जोखिम के बारे में भी जानकारी दी जानी चाहिए।
विकसित किया जाएगा टूल
एनटीएजीआई ने बताया कि बहुत जल्द ही एक ऐसा टूल विकसित किया जाएगा, जिसमें प्रेग्नेंसी के दौरान कोरोना संक्रमण के जोखिमों से जुड़ी जानकारियां होंगी। इसके साथ ही कोविशील्ड के साइड इफेक्ट के बारे में भी बताया जाएगा, हालांकि यह जोखिम काफी कम है।