बिहार के सीमावर्ती जिला किशनगंज शहर में 14 अप्रैल को जैन धर्मालंबियों ने भगवान महावीर जयंती पर प्रभात फेरी निकाली। प्रभात फेरी में जीओ और जीने दो के उद्घोष के संदेश के साथ जैन समाज के महिला पीताम्बर एवं पुरूष वर्ग श्वेत वस्त्र धारण कर बड़ी संख्या में शामिल हुए और नगर भ्रमण किया।
मौके पर पूर्व नप अध्यक्ष त्रिलौकचन्द जैन भी अपने परिवार के साथ शामिल थे। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत के अनुशरण करने का हमारा संकल्प एवं उनके सिद्धांत का संदेश जनमानस को भी प्रेरित करें। इसी उदेश्य के लिए प्रभात फेरी निकाली जाती है।
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भगवान महावीर का जन्म कब हुआ?
उल्लेखनीय है कि भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार वर्ष पहले (ईसा से 599 वर्ष पूर्व), वैशाली गणराज्य के कुण्डग्राम में अयोध्या इक्ष्वाकुवंशी क्षत्रिय परिवार में हुआ था। तीस वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गये।उन्होंने जैन धर्म का पंचशील सिद्धांत दिया।यह सिद्धांत सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य है।