चक्रवाती तूफान ताउ ते की विभीषका से हुई क्षति का आंकलन अभी चल ही रहा है। समुद्र में फंसे तीन बार्ज और एक ऑईल रिग से प्रभावितों की खोज और बचाव कार्य भारतीय नौसेना और तटरक्षक दल के सदस्य कर रहे हैं। लेकिन इस बीच एक नए चक्रवात के बनने का सिलसिला शुरू हो चुका है। इस विषय में मौसम विज्ञानियों ने जानकारी साझा की है।
मिली जानकारी के अनुसार अंदमान के समुद्र और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। यह जबाव का क्षेत्र 22 मई, 2021 से कार्यरत् हो जाएगा। 24 मई तक इसका परिवर्तन चक्रवाती तूफान में हो जाएगा। इसके बाद यह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ेगा और उड़ीसा-पश्चिम बंगाल तट पर 26 मई तक पहुंचेगा। इस संदर्भ में जानकारी केएस होसालिकर ने साझा की है। जो भारतीय मौसम विज्ञान विभाग प्रमुख वैज्ञानिक हैं।
ये भी पढें – पीएम-डीएम में सीधी बात: 10 राज्यों के 54 जिले से सवांद में यह हुई चर्चा
A Low pressure area is very likely to form over north Andaman Sea & adjoining east-central Bay of Bengal around 22nd May. It is very likely to intensify into a Cyclonic Storm by 24th May.
It would move NW wards & reach near Odisha- West Bengal coasts around 26th May morning.
-IMD— K S Hosalikar (@Hosalikar_KS) May 20, 2021
चक्रवात का नाम ‘यास’ होगा
अंदमान में रुप ले रहा कम दबाव का क्षेत्र यदि चक्रवात बन जाता है तो उसका नाम यास होगा। यह नाम ओमान ने दिया है। फारसी भाषा में इसका अर्थ चमेली का फूल होता है, जबकि उर्दू में इसे निराशावाद कहते हैं।
अम्फान जैसा छो़ड़ सकता है प्रभाव
इस तूफान का असर अम्फान चक्रवात जैसा हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो वह एक महा चक्रवात हो सकता है। 2020 में आए अम्फान ने श्रीलंका,बांग्लादेश और भारत में बहुत क्षति पहुंचाई थी।