वरिष्ठ समाज सेवक और स्वतंत्रता सेनानी अन्ना हजारे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का वाइन प्रेम राज्य की जनता के लिए घातक है। सरकार को सुपर मार्केट व किराना दुकानों पर वाइन बेचने की अनुमति देने की बजाय किसानों की उपज का भाव बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। अन्ना हजारे ने राज्य सरकार के वाइन संबंधी निर्णय पर दुख व्यक्त किया है।
अन्ना हजारे ने 31 जनवरी को अहमदनगर जिले में स्थित रालेगण सिद्धि में पत्रकारों को बताया कि राज्य सरकार ने सुपर मार्केट और किराना दुकानों पर वाइन बेचने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से राज्य में शराब का सेवन करने वालों की संख्या बढ़ेगी।
स्कॉच व्हिस्की पर घटाया टैक्स
इससे पहले राज्य सरकार ने 20 नवंबर, 2021 को स्कॉच व्हिस्की पर टैक्स 300 प्रतिशत से घटाकर 150 प्रतिशत कर दिया था। इस निर्णय के बाद सरकार ने तर्क दिया था कि इससे शराब विक्री से मिलने वाला राजस्व 100 करोड़ से बढक़र 250 करोड़ रुपये हो जाएगा।
अन्ना का आरोप
राज्य सरकार ने अब सुपर मार्केट व किराना दुकानों पर वाइन विक्री की अनुमति दी है और वर्ष में एक हजार करोड़ लीटर वाइन विक्री का लक्ष्य रखा है। राज्य सरकार के यह सभी निर्णय शराब को प्रोत्साहन देने वाले ही हैं। अन्ना हजारे ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि लोग भले ही शराब पीकर बर्बाद हो जाएं, लेकिन उसे राजस्व मिलते रहना चाहिए। राज्य सरकार का निर्णय दुखद है। अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार को किसानों के हित को ध्यान में रखकर उनकी उपज का भाव बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।