महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक धार्मिक त्योहार है, जिन्हें धर्म के प्रमुख देवता शिव जी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। आज के दिन शिव के भक्तों और शिव में श्रद्धा रखने वाले लोग व्रत-उपवास रखते हैं और विशेष रूप से भगवान शिव की अराधना करते है।
शिवरात्रि के मौके पर पश्चिम बंगाल के विभिन्न मंदिरों में 1 मार्च सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। वैसे तो शिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ की पूजा होती है लेकिन पश्चिम बंगाल में लोग महाकाल के साथ देवी शक्ति की भी आराधना करते हैं।
ये भी पढ़ें – महाराष्ट्र में अब सरकार के विरुद्ध किसान… ऐसा है प्रकरण
सुबह से ही कोलकाता के कालीघा, दक्षिणेश्वर, ठनठनिया काली समेष बंगाल के तारकेश्वर में स्थित मशहूर बाबा धाम मंदिर में भी लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। तारकेश्वर मंदिर में शिव पर जल अर्पण के लिए लोग सुबह तीन बजे से ही गंगा घाटों पर एकत्रित होने लगे हैं। वहां से जल भरकर भोलेनाथ का जलाभिषेक किया जा रहा है।
सुबह से ही तारकेश्वर मंदिर के बाहर भक्तों की लंबी कतार लगनी शुरू हो गई है। इसके अलावा कोलकाता के साथ-साथ हावड़ा, हुगली तथा अन्य जिलों में शिव मंदिरों के पास भंडारे का भी आयोजन किया गया है। राज्य भर में शिव मंदिरों के पास क्लबों द्वारा सब्जी, पूड़ी और अन्य प्रसाद बनाने का काम भी हो रहा है। खासकर गंगा तटों पर भोजन निर्माण चल रहा है।
Join Our WhatsApp Community