आजकल युवा वर्ग में जंक फूड का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है, जिसके कारण युवाओं का शारीरिक विकास पूरी तरह से नहीं हो पाता तथा उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण युवा रोजाना किसी ना किसी बीमारी का शिकार हो रहे हैं। इसके अलावा नशा भी युवा वर्ग के लिए सबसे बड़ा दुश्मन बनता जा रहा है, जिसके कारण युवा खेल व अन्य गतिविधियों से दूर होता जा रहा है। जंक फूड व नशे के स्वाद में फंसकर युवा वर्ग अपना भविष्य दांव पर लगा रहे हैं। यह बात अखिल भारतीय युवा जनकल्याण संगठन के अध्यक्ष स्टील मैन पहलवान बिजेंद्र सिंह ने 20 दिसंबर को हरियाणा के स्थानीय न्यू विकास हाई स्कूल में विद्यार्थियों को जंक फूड व नशे के दुष्प्रभाव बताते हुए कही। इस दौरान पहलवान बिजेंद्र सिंह ने विद्यार्थियों एव स्टाफ सदस्यों को जंक फूड व नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई।
बिजेंद्र सिंह ने वर्ष 2023 तक 100 शक्ति प्रदर्शन करने का चलाया है अभियान
बता दें कि स्टील मैन पहलवान बिजेंद्र सिंह ने वर्ष 2023 तक 100 शक्ति प्रदर्शन करने का अभियान चलाया हुआ है, जिसके तहत 20 दिसंबर को स्थानीय न्यू विकास हाई स्कूल 44वां शक्ति प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने करीबन 50 किलोग्राम के युवक को दांतों से उठाकर दौड़ लगाई तथा नशे से दूर रहने के फायदे बताए। इस मौके पर पहलवान बिजेंद्र सिंह ने कहा कि उन्होंने कहा कि नशा एचआईवी, हेपेटाइटिस, तपेदिक जैसे गंभीर रोगों का कारण है, इसके अलावा इसके आर्थिक हानि और असामाजिक व्यवहार जैसे चोरी, हिंसा और अपराध एवं सामाजिक कलंक तथा समाज का समग्र पतन कई रूपों में दुष्प्रभाव भी हैं।
जंक फूड के दुष्प्रभाव
हम किसी भी नशे को अपनी प्रबल इच्छाशक्ति से स्वयं को शिकार बनने से रोक सकते हैं। वहीं जंक फूड के दुष्प्रभाव बताते हुए उन्होंने कहा कि जंकफूड्स में कैलोरी, सॉल्ट और शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होती है तथा पोषक तत्वों की मात्रा काफी कम होती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हेल्दी नहीं मानी जाती है। इससे हैजा, टाइफाइड और पीलिया जैसी बीमारियां होने की संभावना होती है। इसके अलावा अधिक मात्रा में जंकफूड खाने से व्यक्ति मानसिक तनाव का शिकार भी हो सकता है।