शौक, लत और सेहत का सत्यानाश। धूम्रपान की कहानी कुछ ऐसी ही है। युवावस्था में लोग इसका सेवन करना शुरू कर देते हैं और फिर उसके बाद सिगरेट पीने की आदत लग जाती है। यह सिर्फ एक शारीरिक लत ही नहीं है, बल्कि मनोवैज्ञानिक आदत भी है। सिगरेट में मौजूद निकोटिन एक लत की तरह काम करता है। एक बार सिगरेट की आदत लग जाने के बाद इससे दूरी बनाना इतना भी आसान नहीं होता है। लेकिन असंभव भी नहीं है। आप कुछ आसान तरीकों को अपनाकर सिगरेट पीने की आदत को दूर कर सकते हैं−
निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी
हेल्थ केयर एक्सपर्ट कहते हैं कि जिन लोगों को धूम्रपान करने की बहुत अधिक आदत होती है। उनके लिए यह तरीका बेहद काम आता है। आप अपने डॉक्टर से निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी के बारे में पूछ सकते हैं। इसके लिए नेज़ल स्प्रे या इनहेलर का इस्तेमाल करें। इसके अलावा, प्रिस्क्रिप्शन नॉन−निकोटिन स्टॉप−स्मोकिंग मेडिसिन की भी मदद ली जा सकती है।
ट्रिगर से बचें
यदि सिगरेट की आदत छोड़ना चाहते हैं, तो यह सबसे जरूरी है कि ट्रिगर से अपने आपको बचाएं। हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि हर व्यक्ति को सिगरेट पीने की एक तलब होती है। इसके कुछ ट्रिगर होते हैं। बस जरूरत है कि आप अपने ट्रिगर को पहचानें और जब आप इसे पहचानने में सक्षम हो जाएंगे तो इससे आपके लिए सिगरेट छोड़ना काफी आसान हो जाएगा।
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि जब आपको सिगरेट पीने की इच्छा होती है तो अपने आप से कहें कि आपको पहले 10 मिनट इंतजार करना होगा और फिर उस अवधि के लिए खुद को विचलित करने के लिए कुछ करना चाहिए। मसलन आप पब्लिक, स्मोक−फ्री ज़ोन में जाने की कोशिश करें। ये सरल तरकीबें आपके तंबाकू की लालसा को पटरी से उतारने के लिए पर्याप्त हो सकती हैं।
कुछ चबाएं
तंबाकू की लालसा को कम करने के लिए अपने मुंह में कुछ ना कुछ रखें। मसलन, शुगरलेस च्वूइंग गम, कैंडी या फिर गाजर व नट्स आदि को चबाएं। जब आपका मुंह बिजी होगा तो यकीनन आपका मन सिगरेट पीने का नहीं करेगा।